ETV Bharat / state

कश्मीर की कहानी, स्वतंत्रता सेनानी की जुबानी- 'लगता था किसी दूसरे देश में आ गया हूं'

कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35 ए की समाप्ति से स्वतंत्रता सेनानी सत्यनारायण सौरभ काफी खुश हैं. उनका कहना है कि जम्मू-कश्मीर की बजाए सरकार को पाकिस्तान के साथ गुलाम कश्मीर पर वार्ता करनी चाहिए.

स्वतंत्रता सेनानी सत्यनारायण सौरभ
author img

By

Published : Aug 9, 2019, 3:05 PM IST

कटिहार: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35 ए को केन्द्र सरकार ने खत्म कर दिया है. सरकार के इस फैसले से आम लोग से लेकर फ्रीडम फाइटर भी खुश हैं. जिले केस्वतंत्रता सेनानी सत्यनारायण सौरभ ने सरकार के इस फैसले को साहसिक और ऐतिहासिक बताया है.

ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत करते स्वतंत्रता सेनानी सत्यनारायण सौरभ

ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में स्वतंत्रता सेनानी सत्यनारायण सौरभ ने कश्मीर का अनुभव साझा किया. सत्यनारायण सौरभ के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख जाने पर परमिट बनाना पड़ता था. बगैर परमिट के इंट्री नहीं मिलती. ऐसा लगता जैसे किसी दूसरे देश में आ गए हैं. कभी-कभी पुलिस पीछे लग जाती थी. जासूसी का शक किया जाता. हर तरफ पुलिस का कड़ा पहरा. काफी परेशानी झेलनी पड़ती. परमिट को लेकर इसकी शिकायत तत्कालीन मुख्यमंत्री शेख अब्दुल्ला के दामाद गुलाम बख्शी से की थी. इसके बाद स्पेशल परमिट दिया गया.

satyanarayan saurabh
स्वतंत्रता सेनानी सत्यनारायण सौरभ

'कार्रवाई के लिए पीएम और गृह मंत्री को धन्यवाद'
स्वतंत्रता सेनानी सत्यनारायण सौरभ के मुताबिक, इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान भारत के खिलाफ सिर्फ दुष्प्रचार कर सकता है. अनुच्छेद 370 और 35 ए खत्म होने से मुझे बहुत खुशी हुई. स्वतंत्रता सेनानी ने इसके लिए पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का धन्यवाद किया. आगे कहते हैं, पाकिस्तान के साथ वार्ता केवल अभिन्न हिस्सा पीओके, गिलगिट पर हो.

pm modi
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

गुलाम कश्मीर को भी कराया जाए आजाद
सरकार के इस कदम पर विरोध कर रहे सियासी दलों पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि सरकार ने इस काम को कर के क्रांति ला दी है. सरकार के इस फैसले से मैं बेहद प्रसन्न हूं. सरकार से अनुरोध करते हुए कहते हैं, वर्तमान हालात पर नियंत्रण रखा जाए. पाकिस्तान, यूएन जा सकता है. इससे निपटने के बाद गुलाम कश्मीर को आजाद कराने की तरफ सरकार कदम बढ़ाए. गौरतलब है कि मॉनसून सत्र में संसद ने जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 के कई प्रावधानों को समाप्त कर दिया गया है.

कटिहार: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35 ए को केन्द्र सरकार ने खत्म कर दिया है. सरकार के इस फैसले से आम लोग से लेकर फ्रीडम फाइटर भी खुश हैं. जिले केस्वतंत्रता सेनानी सत्यनारायण सौरभ ने सरकार के इस फैसले को साहसिक और ऐतिहासिक बताया है.

ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत करते स्वतंत्रता सेनानी सत्यनारायण सौरभ

ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में स्वतंत्रता सेनानी सत्यनारायण सौरभ ने कश्मीर का अनुभव साझा किया. सत्यनारायण सौरभ के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख जाने पर परमिट बनाना पड़ता था. बगैर परमिट के इंट्री नहीं मिलती. ऐसा लगता जैसे किसी दूसरे देश में आ गए हैं. कभी-कभी पुलिस पीछे लग जाती थी. जासूसी का शक किया जाता. हर तरफ पुलिस का कड़ा पहरा. काफी परेशानी झेलनी पड़ती. परमिट को लेकर इसकी शिकायत तत्कालीन मुख्यमंत्री शेख अब्दुल्ला के दामाद गुलाम बख्शी से की थी. इसके बाद स्पेशल परमिट दिया गया.

satyanarayan saurabh
स्वतंत्रता सेनानी सत्यनारायण सौरभ

'कार्रवाई के लिए पीएम और गृह मंत्री को धन्यवाद'
स्वतंत्रता सेनानी सत्यनारायण सौरभ के मुताबिक, इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान भारत के खिलाफ सिर्फ दुष्प्रचार कर सकता है. अनुच्छेद 370 और 35 ए खत्म होने से मुझे बहुत खुशी हुई. स्वतंत्रता सेनानी ने इसके लिए पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का धन्यवाद किया. आगे कहते हैं, पाकिस्तान के साथ वार्ता केवल अभिन्न हिस्सा पीओके, गिलगिट पर हो.

pm modi
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

गुलाम कश्मीर को भी कराया जाए आजाद
सरकार के इस कदम पर विरोध कर रहे सियासी दलों पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि सरकार ने इस काम को कर के क्रांति ला दी है. सरकार के इस फैसले से मैं बेहद प्रसन्न हूं. सरकार से अनुरोध करते हुए कहते हैं, वर्तमान हालात पर नियंत्रण रखा जाए. पाकिस्तान, यूएन जा सकता है. इससे निपटने के बाद गुलाम कश्मीर को आजाद कराने की तरफ सरकार कदम बढ़ाए. गौरतलब है कि मॉनसून सत्र में संसद ने जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 के कई प्रावधानों को समाप्त कर दिया गया है.

Intro:....... अनुच्छेद 370 और 35 - ए के प्रावधानों को हटाने , लद्दाख को जम्मू - कश्मीर से अलग करने और दोनों को केंद्र शासित प्रदेश बनाने का केंद्र सरकार ने साहसिक और ऐतिहासिक फैसला लिया है.....। यह अभिव्यक्ति हैं उन आजादी के दीवानों की , जिन्होंने भारत को आजाद कराने के संघर्ष में अपने काफी वक्त सलाखों के पीछे गुजारे थे .....। कटिहार के स्वतंत्रता सेनानी सत्यनारायण सौरभ ने कहा कि जिस दिन गुलाम कश्मीर , गिलगिट जो कभी हिंदुस्तान का हिस्सा हुआ करती थी , आजाद होगा .....भारत पूर्ण राष्ट्र बन जायेगा .......।


Body:फ्रीडम फाइटर सत्यनारायण सौरभ ने बताया कि अनुच्छेद 370 और 35 - ए के प्रावधानों को हटाने , लद्दाख को जम्मू - कश्मीर से अलग करने दोनों को केंद्र शासित प्रदेश बनाने का केंद्र सरकार ने जो साहसिक और ऐतिहासिक निर्णय लिया है , वह बहुत अच्छा हुआ है क्योंकि बहुत सारे लोग तो यह सब अखबारों में पढ़ते थे लेकिन जब मैं जम्मू - कश्मीर और लद्दाख जाता था तो रास्ते में वहाँ लोगों को परमिट बनाना पड़ता था ......। बगैर परमिट आगे जाने ही नहीं देते थे और यह सब जो एहसास दिलाता था कि हम किसी दूसरे राष्ट्र आ गये हैं ......। उन्होंने बताया कि कभी-कभी पुलिस हमारे पीछे लग जाती थी , उसे शक होता था जासूसी करने का , पीछे पड़ी रहती थी जिससे काफी परेशानी होती थी......। उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा कष्ट तो तब होता था जब किसी कागजात पर मुख्यमंत्री की जगह प्रधानमंत्री लिखना होता था ....। उन्होंने तब के तत्कालीन मुख्यमंत्री शेख अब्दुल्ला के दामाद .....गुलाम बख्शी से मुलाकात कर यह बातें कही थी जिसके बाद उन्होंने स्पेशल परमिट देकर मुझे रवाना किया था ...।


Conclusion:स्वतंत्रता सेनानी सत्यनारायण सौरभ ने बताया कि पाकिस्तान, इस कार्रवाई के बाद ,भारत के खिलाफ केवल दुष्प्रचार कर सकता है .....। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35 - ए खत्म होने से कटिहार में सबसे ज्यादा मुझे खुशी है और इसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को कोटि-कोटि धन्यवाद कहता हूँ जिन्होंने इतना बड़ा काम किया है ......। उन्होंने कहा कि अब पाकिस्तान से केवल वार्ता गुलाम कश्मीर , गिलगिट जो कभी भारत का अभिन्न हिस्सा हुआ करती थी उस पर ही हो .....यदि संभव हो तभी भारत राष्ट्र का दर्जा मिलेगा , यही मेरी ख्वाहिश है.........।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.