कटिहार : बिहार के कटिहार में पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Former Deputy Chief Minister Tarkishore Prasad) ने कहा कि नीतीश कुमार ने जेडीयू को दोराहे पर लाकर खड़ा कर दिया है. उन्होंने कहा कि जेडीयू जैसे डूबते नाव से सब छलांग लगाना चाहेंगे. नीतीश कुमार हताश हो चुके हैं और इसलिए संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को मीडिया के माध्यम से उनसे बात करनी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का अपने दल के अंदर ही कोई नियंत्रण नहीं है और राजद उन्हें अपमानित कर रहा है.
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'उपेंद्र कुशवाहा ने विगत दिनों जो भी बातें दल के अंदर की या बाहर की है वह सिर्फ उपेंद्र कुशवाहा की पीड़ा नहीं है बल्कि जनता दल यूनाइटेड के जितने भी अग्रणी नेता या सामान्य कार्यकर्ता हैं उनकी पीड़ा है. सीएम नीतीश ने जेडीयू को दोराहे पर लाकर खड़ा कर दिया है. उपेन्द्र कुशवाहा जैसे नेताओं को मीडिया के जरिये बातें करनी पड़ रही हैं' - तारकिशोर प्रसाद, पूर्व उपमुख्यमंत्री
भाजपा में उपेंद्र का स्वागत हैः तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा जैसे लोग अगर भाजपा में आना चाहें और राष्ट्रीय नेतृत्व की सहमति होती है तो उनका स्वागत है. उन्होंने कि उपेंद्र कुशवाहा ने विगत दिनों जो भी बातें दल के अंदर की या बाहर की है वह सिर्फ उपेंद्र कुशवाहा की पीड़ा नहीं है बल्कि जनता दल यूनाइटेड के जितने भी अग्रणी नेता या सामान्य कार्यकर्ता हैं उनकी पीड़ा है. पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा का बिहार की राजनीति में एक लंबे समय तक का अनुभव रहा है. उपेंद्र कुशवाहा ने जिस प्रकार से अपनी बातों को कहा है यह कोई परिपक्व नेता ही बोल सकते हैं.
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क्यों नाराज चल रहे हैं कुशवाहाः उपेंद्र कुशवाहा को एक महत्वाकांक्षी नेता के तौर पर देखा जाता है. दिसंबर में नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को महागठबंधन के भविष्य का नेता बताया था. नीतीश के बयान का यह मतलब निकाले जाने लगा कि बिहार तेजस्वी के भरोसे छोड़ कर नीतीश कुमार केंद्र की राजनीति की ओर रुख करेंगे. नीतीश के तेजस्वी को बिहार की सत्ता सौंपने के बयान से जेडीयू के कई नेताओं की महत्वाकांक्षा को झटका लगा होगा. उनमें सबसे ऊपर उपेंद्र कुशवाहा को माना जा रहा है. उसके बाद से कुशवाहा लगातार नाराज चल रहे थे. इस तरह के बयान दे रहे थे जिससे महागठबंधन के लिए असहज हालात पैदा हो रहे हैं.