कटिहार: बाढ़ और बारिश के चलते प्रदेश के कई जिलों में जलजमाव हो गया था. जिसके चलते लोगों के घरों में पानी घुस गया था. जिसकी वजह से लोगों को किसी दूसरी जगह पर शरण लेना पड़ा. तो वहीं जिले के कुछ लोग रेल पटरी के किनारे शरण लिए हुए हैं. इसके चलते कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
कांग्रेस कमिटी की टीम जिले के बाढ़ पीड़ितों का जायजा ले रही है. उनका कहना है कि सरकार की तरफ से बाढ़ पीड़ितों के लिए की जा रही मदद काफी नहीं है, पीड़ितों को और मदद की जरूरत है.
सुविधाएं नहीं कराई जा रही उपलब्ध
किसान संघ के जिला अध्यक्ष दिलीप विश्वास ने बताया कि कटिहार जिले का पांच प्रखंड सैलाब से पूरी तरह से प्रभावित है. कांग्रेस कमिटी की टीम ने अमदाबाद और मनिहारी प्रखंड का दौरा किया था. जहां अमदाबाद प्रखण्ड के चौदह पंचायत पूरी तरह जलमग्न है. बाढ़ पीड़ितों के हालात को देखते हुए वहां बीस हजार मीटर पॉलिथीन सीट की आवश्यकता है. लेकिन सरकार ने पांच हजार मीटर पॉलिथीन सीट देकर अपना पल्ला झाड़ लिया. साथ ही उन्होंने कहा कि सामुदायिक किचन की सुविधा भी बाढ़ पीड़ितों को सही तरीके से नहीं दी जा रही है.
खेली जा रही दलगत राजनीति
मनिहारी प्रखंड में भी बाढ़ पीड़ित त्राहिमाम कर रहे हैं. उन्होंने स्थानीय प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ जगहों पर दलगत राजनीति खेली जा रही है. कहां किस पार्टी के कितने वोटर है, कहां किसका वोट है, यह चिन्हित करके ही बाढ़ पीड़ितों तक सुविधाएं पहुंचाई जा रही है. जो कि बहुत दुखद है.
बड़े हादसे को दे रहे दावत
दिलीप विश्वास ने बताया कि मनिहारी प्रखंड के बाढ़ पीड़ित पटरी किनारे झाड़-फानूस से झोपड़े बनाकर रह रहे हैं. लेकिन पुरुष, महिला और बच्चे सभी दिनभर पटरियों पर ही जिन्दगी गुजारते हैं. जब ट्रेन आती है तो सभी झोपड़ों में घुस जाते हैं. इस दौरान कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है, जिसमें कई लोगों की जान जा सकती है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इस पर जल्द से जल्द ध्यान देना चाहिए.