कटिहार: कोरोना वायरस से बचाव और इसके संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए. पूरे देश में तीन मई तक लॉक डाउन लागू है. इस अवधि में जेल में भी बाहर से आने वाले लोगों पर रोक लगा दिया गया. इस संकट के काल में कटिहार मंडल कारा में सजा काट रही एक महिला कैदी ने एक बच्ची को जन्म दिया है. बताया जा रहा है कि देर रात महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हुई. इसके बाद जेल में तैनात महिला सिपाही और अन्य सुरक्षाकर्मियों ने महिला को कैदी वार्ड में भर्ती करवाया. जहां विचाराधीन महिला कैदी रेणु खातून ने एक बच्ची को जन्म दिया. फिलहाल, जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ्य बताए जा रहे है
'प्रसव पीड़ा के दौरान महिला सिपाहियों ने की सेवा'
इसको लेकर जेल में तैनात महिला पुलिस सीता देवी ने बताया कि देर रात विचाराधीन महिला कैदी रेणु खातून को प्रसव पीड़ा शुरू हुआ. इसके बाद महिला को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां महिला ने आपातकालीन वार्ड में एक बच्ची को जन्म दिया है. महिला हत्या के आरोप में सजा काट रही है. महिला का पति दिल्ली में मजदूरी करता है. प्रसव पीड़ा के दौरान महिला सिपाहियों ने मानवता की मिशाल पेश करते हुए प्रसूता महिला की सेवा की.
प्रसूता महिला ने पुलिस कर्मियों को बोला धन्यवाद
ईटीवी भारत से बात करती हुई कैदी रेणु खातून ने बताया कि उसे हत्या के आरोप में पड़ोसियों ने फंसा दिया. जिसके बाद वह जेल में बंद है. इस लॉक डाउन में जब कोई साथ नहीं है तो पुलिसकर्मियों ने मां-बाप बनकर मदद की. वह इस उपकार को कभी नहीं भूलेगी. महिला हवलदार सीता देवी बताती हैं कि वे लॉक डाउन में फंसे रहने के कारण कटिहार मंडल कारा में अपना योगदान दे रही है. अपने बाल-बच्चे की तरह उन्होंने प्रसव पीड़ा से कराहती रेणु खातून की मदद की है. इसमें कोई बड़ी बात नहीं है. वहीं, हवलदार जयकांत कुमार बताते हैं कि मानव की सेवा करना ही उनका धर्म है.