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एक साल बाद मानव तस्करों के चंगुल से भागकर आई बेटी, गुनहगारों को सजा दिलाने दर-दर भटक रहे हैं पिता

इस खबर को सबसे पहले ईटीवी भारत ने बीते 26 अगस्त को प्रमुखता से दिखाई थी. तब पुलिस ने जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कही थी, लेकिन अब तक एक भी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है.

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Published : Sep 14, 2019, 1:48 PM IST

विकास कुमार,पुलिस अधीक्षक

कटिहार: जिले में एक पिता अपनी बेटी के गुनाहगारों को सलाखों के पीछे भेजने के लिए न्याय की गुहार लगा रहा है. पीड़ित पिता थाने से लेकर पुलिस अधीक्षक के दफ्तर का चक्कर लगा चुका है. लेकिन आरोपी अभी भी कानून की गिरफ्त से बाहर है.

बताया जाता है कि गांव के दो युवकों ने पीड़िता को बहला-फुसलाकर मानव तस्करों के हाथों सौंप दिया था. लेकिन एक साल बाद किसी तरह पीड़िता कालगृह से भाग कर कटिहार पहुंची. जिसके बाद उसने पुलिस को इसकी जानकारी दी और आरोपी को सजा दिलाने की मांग की.

human trafficking in katihar
न्याय की गुहार लगा रहा पीड़ित पिता

गांव के दो युवक बेटी को लेकर हुए थे फरार
पीड़ित लड़की के पिता बताते हैं कि वो किसी तरह मेहनत-मजदूरी कर परिवार की जिन्दगी गुजर-बसर करते हैं. बीते साल अक्टूबर 2018 में जब वह काम के सिलसिले में घर से बाहर थे, तब गांव के दो युवक उनकी बेटी को लेकर फरार हो गए. जिसके बाद पिता ने रिश्तेदारों के यहां अपनी बेटी की खोजबीन की. जब कोई जानकारी नहीं मिली तो थक-हार कर उन्होंने स्थानीय थाना में पीड़िता की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी.

पुलिस अधीक्षक का बयान

नशे का दिया जाता था इंजेक्शन
एक साल गुजर गया, लेकिन पुलिस पीड़िता का सुराग लगाने में नाकामयाब रही और यह मामला धीरे-धीरे ठण्डे बस्ते में चला गया. इधर बीते पन्द्रह अगस्त को पीड़िता अचानक खुद कटिहार पहुंच गई और पुलिस के पास पहुंच कर अपनी आपबीती बताई. जिसके बाद पुलिस ने पीड़िता को स्थानीय अदालत में धारा 164 के तहत इकबालिया बयान कलमबंद करवाया. पीड़िता ने बताया कि उसे गांव के ही दो युवक बहला-फुसलाकर कटिहार ले गये थे. जहां उसके हाथ-पैर बांधकर बेहोश कर ऐसी जगह ले जाया गया, जो उसे याद नहीं है. वहां उसे करीब एक साल तक बंधक बना कर रखा गया. वह इलाका जंगलनुमा था और वहां कुछ और लड़कियां भी थीं, जिन्हें बेहोश कर या नशे का इंजेक्शन देकर शारीरिक शोषण किया जाता था.

अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है आरोपी
इस खबर को सबसे पहले ईटीवी भारत ने बीते 26 अगस्त को प्रमुखता से दिखाई थी. तब पुलिस ने जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कही थी, लेकिन अब तक एक भी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है. इस बाबत कटिहार पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा. अब देखने वाली बात यह होगी कि आरोपी कब तक कानून के हत्थे चढ़ता है.

कटिहार: जिले में एक पिता अपनी बेटी के गुनाहगारों को सलाखों के पीछे भेजने के लिए न्याय की गुहार लगा रहा है. पीड़ित पिता थाने से लेकर पुलिस अधीक्षक के दफ्तर का चक्कर लगा चुका है. लेकिन आरोपी अभी भी कानून की गिरफ्त से बाहर है.

बताया जाता है कि गांव के दो युवकों ने पीड़िता को बहला-फुसलाकर मानव तस्करों के हाथों सौंप दिया था. लेकिन एक साल बाद किसी तरह पीड़िता कालगृह से भाग कर कटिहार पहुंची. जिसके बाद उसने पुलिस को इसकी जानकारी दी और आरोपी को सजा दिलाने की मांग की.

human trafficking in katihar
न्याय की गुहार लगा रहा पीड़ित पिता

गांव के दो युवक बेटी को लेकर हुए थे फरार
पीड़ित लड़की के पिता बताते हैं कि वो किसी तरह मेहनत-मजदूरी कर परिवार की जिन्दगी गुजर-बसर करते हैं. बीते साल अक्टूबर 2018 में जब वह काम के सिलसिले में घर से बाहर थे, तब गांव के दो युवक उनकी बेटी को लेकर फरार हो गए. जिसके बाद पिता ने रिश्तेदारों के यहां अपनी बेटी की खोजबीन की. जब कोई जानकारी नहीं मिली तो थक-हार कर उन्होंने स्थानीय थाना में पीड़िता की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी.

पुलिस अधीक्षक का बयान

नशे का दिया जाता था इंजेक्शन
एक साल गुजर गया, लेकिन पुलिस पीड़िता का सुराग लगाने में नाकामयाब रही और यह मामला धीरे-धीरे ठण्डे बस्ते में चला गया. इधर बीते पन्द्रह अगस्त को पीड़िता अचानक खुद कटिहार पहुंच गई और पुलिस के पास पहुंच कर अपनी आपबीती बताई. जिसके बाद पुलिस ने पीड़िता को स्थानीय अदालत में धारा 164 के तहत इकबालिया बयान कलमबंद करवाया. पीड़िता ने बताया कि उसे गांव के ही दो युवक बहला-फुसलाकर कटिहार ले गये थे. जहां उसके हाथ-पैर बांधकर बेहोश कर ऐसी जगह ले जाया गया, जो उसे याद नहीं है. वहां उसे करीब एक साल तक बंधक बना कर रखा गया. वह इलाका जंगलनुमा था और वहां कुछ और लड़कियां भी थीं, जिन्हें बेहोश कर या नशे का इंजेक्शन देकर शारीरिक शोषण किया जाता था.

अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है आरोपी
इस खबर को सबसे पहले ईटीवी भारत ने बीते 26 अगस्त को प्रमुखता से दिखाई थी. तब पुलिस ने जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कही थी, लेकिन अब तक एक भी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है. इस बाबत कटिहार पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा. अब देखने वाली बात यह होगी कि आरोपी कब तक कानून के हत्थे चढ़ता है.

Intro:......कैसे मिले इंसाफ ....। कटिहार में एक पिता अपने बेटी के गुनाहगारों को सलाखों के पीछे भेज न्याय के लिये दर - दर की ठोकरें खा रहा है ......। पीड़ित पिता ने थाने से लेकर पुलिस अधीक्षक के दफ्तर तक दौड़ते - दौड़ते एक कर दी हैं लेकिन आरोपी कानून की गिरफ्त से बाहर हैं .....। बताया जाता हैं कि गाँव के दो युवकों ने सुनहरे दुनिया का ख्बाब दिखा पीड़िता को बहला - फुUसलाकर मानव तस्करों के हाथों सौंप दी थी लेकिन एक साल बाद खुशकिस्मती से किसी तरह पीड़िता खुद से किसी तरह कालगृह से चम्पत हो कटिहार पहुँची थी और पुलिस को अपनी दर्द - ए - दास्ताँ बता आरोपी को पकड़ ऐसी सजा देने की माँग की थी जिससे ताउम्र वह किसी दूसरे लाडली का अस्मत से सौदा ना कर सकें .....।


Body:अपने हाथों में आरोपियों की गिरफ्तारी के आवेदन लिये यह हैं कौशल सिंह ....। पश्चिम बंगाल की सीमा से सटे कटिहार जिले के रोशना ओपी इलाके के रहने वाले हैं । किसी तरह मेहनत - मजदूरी कर परिवार की जिन्दगी गुजर - बसर करतें हैं लेकिन यही दिनचर्चा इनके जीवन मे तूफान खड़ा कर दिया । बीते साल अक्टूबर 2018 में , जब यह काम के सिलसिले में घर से बाहर थे , गाँव के दो युवकों ने बहला - फुसलाकर कर इनकी लाडली को ले चम्पत हो लिया । उस समय पीड़ित पिता ने नाते - रिश्तेदारों के यहाँ लाडली की खोजबीन की । जब कोई ठिकाना हाथ नहीं लगा तो थक - हार कर स्थानीय रोशना ओपी में पीड़िता के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी । साल भर वक्त गुजर गया लेकिन पुलिस पीड़िता का सुराग लगाने में नाकामयाब रहीं और यह मामला धीरे - धीरे ठण्डे बस्ते में चला गया । इधर बीते पन्द्रह अगस्त को पीड़िता अचानक खुद - ब - खुद कटिहार पहुँच गयी और पुलिस के पास पहुँच गयी । पुलिस ने बरामदगी पर ठंडी साँसे लेते हुए पीड़िता को स्थानीय अदालत में धारा - 164 के तहत इकबालिया बयान कलमबंद करवाया जिसमे उसने अपने साथ गुजरे आपबीती की सारी जुल्म - ए - दास्ताँ सुना डाले .....। जिसमे पीड़िता ने बताया कि उसे गाँव के ही दो युवक ने बहला - फुसलाकर कटिहार ले गया जहाँ हाथ - पैर बाँधकर बेहोश कर ऐसी जगह ले गया जहाँ उसे याद नहीं । वहाँ उसे करीब एक साल तक बंधक बना कर रखा । वह इलाका जंगलनुमा था और वहाँ कुछ और लड़कियाँ भी थी जिसे बेहोश या नशे के इंजेक्शन देकर शारीरिक शोषण किया जाता था .....। इस खबर को सबसे पहले ' ईटीवी भारत ' ने बीते 26 अगस्त को प्रमुखता से प्रसारित किया था .....। तब पुलिस ने जल्द ही आरोपियों के गिरफ्तारी की कार्रवाई की बातें कहीं थी लेकिन हद हैं कि आजतक एक भी आरोपी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े हैं । कटिहार पुलिस अधीक्षक विकास कुमार बताते हैं कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा ......।


Conclusion:पुलिस अधीक्षक के क्राइम मीटिंग से लेकर डीजीपी के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग मीटिंग के दौरान एक बात टॉप लेवल पर होती हैं कि कानून सबके लिये समान हैं और अपराधी कितना भी पहुँच वाला क्यों ना हों , आरोपी को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे भेजा जाना चाहिये लेकिन कटिहार में ऐसा नहीं दिखता हैं .....। अब देखने वाली बात होगी कि आरोपी कब तक कानून के हत्थे चढ़ता हैं ......।

नोट - सर , इससे संबंधित खबर 26 अगस्त 2019 को भेजी गयी थी , पीड़िता की बाइट और विसुअल को देखा जा सकता हैं ।
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