कटिहारः बदलते जमाने के साथ अब किसान भी अपना खेती का ट्रेंड बदलने लगे हैं. वे परंपरागत धान, मक्का, गेहूं छोड़ बड़े पैमाने पर नगदी फसलों की खेती कर लाखों की कमाई कर रहे हैं. इसी कड़ी में जिले के रौतारा थाना क्षेत्र में गोविंदपुर गांव का एक किसान गेंदा के फूल की खेती से जुड़ चुका है.
कटिहार के खेतों में लहलहा रहे गेंदे का फूल पूरे क्षेत्र में आकर्षण का केंद्र बन गया है. फूलों की खेती कर गोविंदपुर गांव के किसान लक्ष्मी चौहान की तकदीर बदलने लगी है. इससे वे लाखों में कमाई कर अपना जीवन सुदृढ़ बना रहे हैं.
फूलों की खेती में 3 गुना ज्यादा फायदा
राणा प्रताप चौहान ने बताया कि धान और गेहूं को सिर्फ एक बार काटा जाता है लेकिन फूल को 10 बार से ज्यादा तोड़ सकते हैं. परंपरागत खेती की अपेक्षा फूलों में 3 गुना ज्यादा फायदा है. उन्होंने बताया कि सरकारी मदद के बिना वे फूलों की खेती कर रहे हैं और उसे बाजारों में थोक भाव में बेच रहे हैं.
तीस हजार रूपये की लागत से लाखों का मुनाफा
किसान लक्ष्मी चौहान ने बताया कि वे पिछले 4 सालों से फूलों की खेती कर रहे हैं. 12 कट्ठा की फूल की खेती में लगभग तीस हजार रूपये की लागत आई है और मुनाफा लाखों में हो रहा है. उन्होंने बताया कि नजदीकी मार्केट में थोक भाव में 100 रूपये प्रति कुड़ी फूलों की बिक्री करते हैं.
पूरा परिवार करता है सहयोग
किसान ने बताया कि पूरा परिवार फूलों की खेती से जुड़ा हुआ है. फूलों का महत्व सभी धर्मों में है. पूजा-पाठ और शादी-ब्याह के लग्न के समय फूलों की डिमांड बढ़ जाती है ऐसे वक्त में पूरा परिवार दिन रात मेहनत कर ग्राहकों को फूल पहुंचाता है.