कांग्रेस: लेकसभा चुनाव के प्रचार-प्रसार के दौरान नेताओं के बोल बिगड़ने लगे हैं. कांग्रसे नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू मंगलवार को कटिहार पहुंचे. यहां उन्होंने अपने चुनावी सभा में एक विवादित बयान को लेकर फंस गए. जिस पर चुनाव आयोग मामले की संज्ञान में जुटा है.
दरअसल सिद्धू कटिहार के बरारी में सभा करने पहुंचे थे. अपने सभा में उन्होंने उम्मीदवार तारिक अनवर के लिए लोगों से वोट की अपील की. इस दरमियान उन्होंने मुस्लिम समुदाय को लेकर दिए गए बयान पर उन्हें लेने के देने पड़ गए. सिद्धू ने कहा कि " भाजपा मुसलमानों को बांटने में लगी है. 64 प्रतिशत यहां मुसलमान हैं. अगर सबने कांग्रेस के मुस्लिम उम्मीदवार को दिया तो मोदी उलट जाएगा" .
सिद्धू के खिलाफ एफआईआर दर्ज
इस बयान के बाद मामला गर्म हो गया. वहीं कटिहार के बरसोई थाना में सिद्धू के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया. इसके बाद चुनाव आयोग ने भी संज्ञान लिया. चुनाव आयोग ने कटिहार के चुनाव अधिकारी से तलब की. आयोग ने कटिहार चुनाव अधिकारी से सिद्धू की पूरे भाषण की सीडी की मांग की है. आयोग सीडी के माध्यम से भाषण सुनकर अपना फैसला सुनाएगा.
तारिक अनवर ने दी सफाई
वहीं इस बाबत जब मीडिया ने नेता तारिक अनवर से सिद्धू के विवादित बयान पर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि वह पूर्ण रूप से असहमत है. तारीक अनवर ने बताया कि यह उनकी व्यक्तिगत राय है. इसे पार्टी की राय नहीं समझी जाए.
इन नेताओं पर लग चुका है बैन
आपको बता दें कि विगत दो दिन पहले चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के विवादित बयान पर 72 घंटे और बसपा प्रमुख मायावती पर 48 घंटे की चुनावी प्रचार की पाबंद लगा दी है. वहीं हाल ही में समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान के जया पर्दा को लेकर दिए गए विवादित बयान पर आयोग 72 घंटे का पाबंद लगाया है.
आचार संहिता लागू होने के बावजूद नेता अपने विवादित बयानों से बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसा लग रहा है जैसै नेताओं को आचार संहिता का कोई डर ही ना हो.