कटिहार : कटिहार में दिव्यांगों को कागजात बनवाने में पसीने छूट रहे हैं. परिजनों का आरोप है कि मेडिकल बोर्ड में चिकित्सकों की मनमर्जी चलती है और पूर्णरूपेण दिव्यांगों को इलाज के नाम पर जबरन भागलपुर रेफर कर दिया जा रहा है.
दरअसल, कटिहार के दूर दराज इलाकों से कई दिव्यांग सर्टिफिकेट बनवाने सदर अस्पताल में पहुंच रहे हैं. लेकिन इनकी परेशानी यह है कि मेडिकल बोर्ड के चिकित्सक मरीजों को कागजात देने के बजाय इलाज की बात करते हैं. इसके लिये सरकारी प्रावधान के तहत भागलपुर रेफर कर दे रहे हैं.
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चालीस किलोमीटर दूर से पहुंचे एक दिव्यांग के परिजन सफीकुल बताते हैं कि एक तो इतनी दूर से आने में काफी दिक्कतें होती हैं, दूसरी ओर जब मरीज पूरी तरह दिव्यांग है फिर कागजात क्यों बनाया जा रहा है. सदर अस्पातल में डॉक्टर्स मनमानी कर रहे हैं.
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स्वास्थ्य विभाग के नियमानुसार दिव्यांगता परीक्षण कैम्प जिला सदर अस्पतालों में महीने में एक दिन आयोजित होता है. लिहाजा सैकड़ों की तादाद में मरीज और परिजन सदर अस्पताल पहुंच रहे हैं लेकिन यहां से ज्यादातर लोगों को भागलपुर रेफर कर दिया जा रहा है.