कटिहार: राजधानी सहित प्रदेशभर में ठंड का सितम जारी है. एक तरफ जहां शहर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. वहीं, जिला प्रशासन की ओर से कहीं पर भी अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है. जिस वजह से गरीब लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
अलाव की व्यवस्था नहीं हो पाने की वजह से गरीब लोग ठंड का सितम झेलने को मजबूर हैं. गांव में लोग तो किसी तरह से अपना जीवन काट रहे हैं, लेकिन शहरों में आलम यह है कि गरीब कूड़ा जलाकर किसी तरह सर्द रातों का मुकाबला कर रहे हैं. जब तक कूड़ा जलता है, इन गरीबों को नींद आती है और जैसे ही कूड़ा जलकर राख हो जाता है. वैसे ही हाड़ कंपाती ठंड उनकी नींद हराम कर देती है.
'जुगाड़ टेक्नोलॉजी बन रहा जीवनरक्षक'
मौसम के बदले तेवर ने लोगों की नींद उड़ा दी है. इस बाबत स्थानीय मनोज बताते हैं कि पिछले 2-3 दिनों से ठंड कहर बरपा रही है. दिन में तो किसी तरह समय कट जाता है, लेकिन शाम होते ही परेशानी बढ़ जाती है. शाम से देर सुबह तक घना कोहरा छाया रहता है. प्रशासन ने अब तक इसके लिए कोई पुख्ता इंतजामा नहीं किये हैं. रात में हम लोग 'जुगाड़' यानी कूड़ा जलाकर जीने को मजबूर है.
प्रशासन बनाए हुए है अपनी नजर- एसडीएम
इस मामले पर जब ईटीवी भारत ने एसडीएम नीरज कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि ठंड पर जिला प्रशासन अपनी नजर बनाए हुए है. जान-माल के बचाव के लिये इंतजाम किये जा रहे हैं. जिले के सभी अंचलाधिकारी को अपने-अपने इलाके में अलाव जलाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये हैं.