कटिहार: बिहार सरकार (Bihar Government) ने कबाड़ से बने जुगाड़ गाड़ी के परिचालन पर रोक का फैसला लिया है. जिसके बाद कटिहार (Katihar) जिले में भी जुगाड़ टेक्नोलॉजी वाली गाड़ियों की धड़पकड़ शुरू हो गयी है. गाड़ियों पर रोक के बाद जहां एक ओर वाहन चालकों पर रोटी का आफत टूट पड़ा है. वहीं दूसरी ओर सरकार के इस फैसले के खिलाफ सीपीआईएमएल (CPIML) विधायक वाहन चालकों के पक्ष में सड़क पर उतरकर गये हैं. उन्होंने कहा कि मामले को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक पहुंचायेंगे.
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ये पूरा मामला कटिहार के मिरचाईबाड़ी इलाके का है. जहां कबाड़ से बने जुगाड़ वाहनों के धड़पकड़ के खिलाफ गाड़ी चालकों के साथ-साथ सीपीआईएमएल विधायक महबूब आलम ने हल्ला बोल दिया है. विधायक महबूब आलम ने कहा कि सरकार का यह फैसला गरीब विरोधी है. क्योंकि जहां एक ओर रोजगार की बेहद कमी है. लोग जैसे-तैसे कबाड़ से जुगाड़ गाड़ी बनाकर अपने परिवार का गुजर-बसर कर रहे हैं. लेकिन सरकार ने इसे बंद करने का निर्णय लेकर गरीब विरोधी फैसला किया है.
माले विधायक ने कहा कि ये कदम कॉरपोरेट घराने से मिलकर गरीब लोगों को कुचलने का है. पूरे मामले को मुख्यमंत्री तक पहुंचायेंगे. वहीं जुगाड़ गाड़ी चालकों ने बताया कि भले ही यह वाहन जुगाड़ टेक्नोलॉजी से बनी हो. लेकिन बहुत सारे कामों में इसका उपयोग होता है. इसी से उसके परिवार के दो जून की रोटी का इंतजाम होता है. यदि यह बंद हो गया तो भूखे मर जायेंगे.
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बता दें कि भले ही यह जुगाड़ गाड़ी से हजारों परिवारों का चूल्हा जलता है. लेकिन इससे सरकार के साथ- साथ आम लोगों को हानि है. क्योंकि जहां एक ओर जुगाड़ गाड़ी परिवहन विभाग के राजस्व को क्षति पहुंचाता है. वहीं वातावरण को भी अपने काले धुएं से प्रदूषित करता है. हादसे होने पर बिना बीमा के चलने के कारण लोगों को मुआवजा भी नहीं मिल पाता है.