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शराब तस्करी के दौरान पकड़े गए वाहनों की हुई नीलामी, तस्करों के हौसले होंगे पस्त

सीमावर्ती जिलों से लोग चोरी-छिपे शराब की तस्करी कर लाखों की आमदनी में लगे रहते हैं. जिसके खिलाफ मद्य निषेध विभाग और पुलिस भी अभियान छेड़ रहती है.

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Published : Jul 6, 2019, 9:22 AM IST

नीलामी की बाइक

कटिहार: कटिहार परिवहन विभाग के कैंपस में ऐसे वाहनों की नीलामी चल रही है. जो जेल के विभिन्न थाना क्षेत्रों से शराब तस्करी के दौरान पकड़े गये हैं. मद्य निषेध विभाग ने वाहन के साथ पकड़े गये आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इसके बाद वाहनों को जब्त करते हुए इसकी नीलामी कर डाली.

अनुमानित कीमत से दोगुनी की आमदनी

जिला परिवहन पदाधिकारी अर्जुन प्रताप बताते हैं कि शुक्रवार को मद्य निषेध विभाग के द्वारा जब्त किए गए 14 बाइकों की नीलामी हुई. जिसकी विभागीय कीमत 2 लाख 39 हजार 6 सौ रुपये रखी गई थी, जिसके विरुद्ध विभाग को 4 लाख 39 हजार 5 सौ रुपये की आमदनी हुई, जो अनुमानित कीमत की लगभग दोगुनी है.

मामले की जानकारी देते जिला परिवहन पदाधिकारी

तस्करों के फन कुचलने में भी मददगार

बिहार में शराबबंदी के बाद झारखंड, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिलों से लोग चोरी-छिपे शराब की तस्करी कर लाखों की आमदनी में लगे रहते हैं. जिसके खिलाफ मद्य निषेध विभाग और पुलिस भी अभियान छेड़े रहती है. ऐसे में शराब के साथ किसी भी वाहन के पकड़े जाने पर उसे जप्त कर उसे नीलाम कर दिया जाता है, जिससे आरोपी तो सलाखों के पीछे जाता हीं है, उसके वाहन को नीलाम कर सरकारी राजस्व को भी लाभ मिलता है. तस्करों के फन को कुचलने में यह काफी मददगार साबित होता है.

कटिहार: कटिहार परिवहन विभाग के कैंपस में ऐसे वाहनों की नीलामी चल रही है. जो जेल के विभिन्न थाना क्षेत्रों से शराब तस्करी के दौरान पकड़े गये हैं. मद्य निषेध विभाग ने वाहन के साथ पकड़े गये आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इसके बाद वाहनों को जब्त करते हुए इसकी नीलामी कर डाली.

अनुमानित कीमत से दोगुनी की आमदनी

जिला परिवहन पदाधिकारी अर्जुन प्रताप बताते हैं कि शुक्रवार को मद्य निषेध विभाग के द्वारा जब्त किए गए 14 बाइकों की नीलामी हुई. जिसकी विभागीय कीमत 2 लाख 39 हजार 6 सौ रुपये रखी गई थी, जिसके विरुद्ध विभाग को 4 लाख 39 हजार 5 सौ रुपये की आमदनी हुई, जो अनुमानित कीमत की लगभग दोगुनी है.

मामले की जानकारी देते जिला परिवहन पदाधिकारी

तस्करों के फन कुचलने में भी मददगार

बिहार में शराबबंदी के बाद झारखंड, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिलों से लोग चोरी-छिपे शराब की तस्करी कर लाखों की आमदनी में लगे रहते हैं. जिसके खिलाफ मद्य निषेध विभाग और पुलिस भी अभियान छेड़े रहती है. ऐसे में शराब के साथ किसी भी वाहन के पकड़े जाने पर उसे जप्त कर उसे नीलाम कर दिया जाता है, जिससे आरोपी तो सलाखों के पीछे जाता हीं है, उसके वाहन को नीलाम कर सरकारी राजस्व को भी लाभ मिलता है. तस्करों के फन को कुचलने में यह काफी मददगार साबित होता है.

Intro:........वसंती हुई नीलाम .....। क़द्रदानों ने लाखों रुपये बोली लगा बनाया उसे अपना ......। सरेराह लालपरी के साथ घूमते रंगेहाथ पुलिसिया गिरफ्त में आयी थी वसंती.....। वसंती की दोगुनी कीमत पाकर परिवहन विभाग भी गद - गद.....।


Body:यह दृश्य कटिहार परिवहन विभाग के कैम्पस का हैं जहाँ वाहनों की नीलामी चल रही हैं । दरअसल , यह ऐसे वाहन हैं जो जेल के विभिन्न थाना क्षेत्रों से शराब तस्करी के दौरान पकड़े गये हैं । कायदे के अनुसार मद्य निषेध विभाग ने वाहन के साथ पकड़े गये आररोपी को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेज दिया और वाहन को जप्त करते हुए माहवार इसकी नीलामी कर डाली । जिला परिवहन पदाधिकारी अर्जुन प्रताप बताते हैं कि मद्य निषेध विभाग के द्वारा जप्त किये गये चौदह बाइकों की विभागीय कीमत दो लाख उनचालीस हजार छह सौ रुपये रखे गये थे जिसके विरुद्ध विभाग को चार लाख उनचालीस हजार पाँच सौ रुपये की आमदनी हुई जो अनुमानित कीमत की लगभग दोगुनी हैं ......।


Conclusion:बिहार में शराबबन्दी के बाद झारखण्ड और पश्चिम बंगाल तथा उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिलों से लोग चोरी छिपे शराब की तस्करी कर लाखों की आमदनी में लगे रहते हैं जिसके खिलाफ मद्य निषेध विभाग और पुलिस अभियान छेड़े रहती हैं । ऐसे में शराब के साथ किसी भी वाहन पकड़े जाने पर उसे जप्त कर उसे नीलाम कर दिया जाता हैं जिससे आरोपी तो सलाखों की पीछे तो जाता तो ही हैं साथ मे आम के आम , गुठली के दाम मुहावरे के तौर पर उसके वाहन को नीलाम कर सरकारी राजस्व को लाभ मिलता हैं वहीं तस्करों के फन को कुचलने में यह काफी मददगार साबित होता हैं .....।
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