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कटिहार: इस विद्यालय में 450 छात्रों के लिए हैं एक शिक्षक, ऐसे होगा शिक्षित बिहार?

एक सरकारी विद्यालय में 450 छात्रों को एक शिक्षक पढ़ा रहे हैं. बच्चों को पढ़ाई के लिए कोचिंग और ट्यूशन के सहारा लेना पड़ता है. इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रहा है.

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Published : May 20, 2019, 6:45 AM IST

कटिहार

कटिहार: सरकार गुणवक्ता पूर्ण शिक्षा को लेकर लाख दावा करती है. लेकिन जमीन पर गुणवक्ता पूर्ण शिक्षा के नाम पर सिर्फ खानापूर्ती देखने को मिलता है. जिले के एक हाई स्कूल में 450 विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए सिर्फ एक शिक्षक ही हैं. यह विद्यालय इस क्षेत्र का एकमात्र हाई स्कूल है.

मामला जिले के आजमनगर प्रखंड अंतर्गत ढेना बगछला हाई स्कूल का है. बताया जा रहा है कि यह पहले उत्क्रमित मध्य विद्यालय था. ग्रामीणों के मांग पर इस विद्यालय को हाईस्कूल बना दिया गया. इससे ग्रामीण बहुत खुश थे. उनके बच्चों को गांव से 8 किमी दूर पढ़ने के लिए नहीं जाना पड़ेगा. लेकिन विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं किया गया.

शिक्षक के कमी पर जानकारी देते

कोचिंग के सहारे पढ़ रहे छात्र
छात्रों को कहना है कि विद्यालय में मात्र एक शिक्षक है. यहां 450 से भी अधिक की संख्या में छात्र पढ़ाई करते हैं. ऐसे में एक ही शिक्षक होने से विद्यालय में पढ़ाई नहीं हो पाती है. इससे पढ़ने के लिए कोचिंग और ट्यूशन के सहारा लेना पड़ता है. वहीं, इस मामले में प्रभारी प्रधानाचार्य सिंधु कुमारी ने कहा कि विद्यालय में सिर्फ एक शिक्षक है वो भी इन दिनों छुट्टी पर हैं. स्कूल प्रबंधन के तरफ से बाहर के शिक्षक को पढ़ाने के लिए रखा गया है.

कटिहार
छात्राएं

'विद्यालयों में शिक्षकों की है कमी'
वहीं, जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि यह सरकार का नीतिगत मामला है. इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं. सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की काफी कमी है. सरकार शिक्षकों की बहाली करेगी उसके बाद विद्यालय में शिक्षकों को प्रतिनियुक्त किया जाएगा.

कटिहार: सरकार गुणवक्ता पूर्ण शिक्षा को लेकर लाख दावा करती है. लेकिन जमीन पर गुणवक्ता पूर्ण शिक्षा के नाम पर सिर्फ खानापूर्ती देखने को मिलता है. जिले के एक हाई स्कूल में 450 विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए सिर्फ एक शिक्षक ही हैं. यह विद्यालय इस क्षेत्र का एकमात्र हाई स्कूल है.

मामला जिले के आजमनगर प्रखंड अंतर्गत ढेना बगछला हाई स्कूल का है. बताया जा रहा है कि यह पहले उत्क्रमित मध्य विद्यालय था. ग्रामीणों के मांग पर इस विद्यालय को हाईस्कूल बना दिया गया. इससे ग्रामीण बहुत खुश थे. उनके बच्चों को गांव से 8 किमी दूर पढ़ने के लिए नहीं जाना पड़ेगा. लेकिन विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं किया गया.

शिक्षक के कमी पर जानकारी देते

कोचिंग के सहारे पढ़ रहे छात्र
छात्रों को कहना है कि विद्यालय में मात्र एक शिक्षक है. यहां 450 से भी अधिक की संख्या में छात्र पढ़ाई करते हैं. ऐसे में एक ही शिक्षक होने से विद्यालय में पढ़ाई नहीं हो पाती है. इससे पढ़ने के लिए कोचिंग और ट्यूशन के सहारा लेना पड़ता है. वहीं, इस मामले में प्रभारी प्रधानाचार्य सिंधु कुमारी ने कहा कि विद्यालय में सिर्फ एक शिक्षक है वो भी इन दिनों छुट्टी पर हैं. स्कूल प्रबंधन के तरफ से बाहर के शिक्षक को पढ़ाने के लिए रखा गया है.

कटिहार
छात्राएं

'विद्यालयों में शिक्षकों की है कमी'
वहीं, जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि यह सरकार का नीतिगत मामला है. इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं. सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की काफी कमी है. सरकार शिक्षकों की बहाली करेगी उसके बाद विद्यालय में शिक्षकों को प्रतिनियुक्त किया जाएगा.

Intro:कटिहार

हाई स्कूल के छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ हो रहा है खिलवाड़। एक शिक्षक के भरोसे चल रहा है 450 विद्यार्थियों का स्कूल। उसमें भी छुट्टी लेकर एकमात्र शिक्षक है फरार। पदाधिकारियों का है कहना सरकार के नीति के कारण नहीं हो पाई है स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति।


Body:आजमनगर प्रखंड अंतर्गत ढेना बगछला हाई स्कूल सिर्फ एक शिक्षक के सहारे चल रहा है। 2 साल से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी विभाग द्वारा शिक्षकों को इस स्कूल में पदस्थापन नहीं किया गया है जिसके कारण स्कूल में नामांकित 450 छात्र एवं छात्राओं का भविष्य अंधकार में है।

उत्क्रमित मध्य विद्यालय को हाई स्कूल करने के लिए ग्रामीणों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन दिया था। आवेदन के आलोक में उत्क्रमित मध्य विद्यालय को हाई स्कूल में तब्दील कर दिया गया। गांव में हाईस्कूल हो जाने के बाद लोगों में काफी खुशी थी। बच्चों व अभिभावकों में इस बात की खुशी थी कि उनके बच्चे माध्यमिक स्कूल का शिक्षा प्राप्त कर हाई स्कूल के पढ़ाई के लिए 8 किलोमीटर दूर (आजमनगर) नहीं जाना पड़ेगा। उत्क्रमित मध्य विद्यालय को हाई स्कूल तो बना दिया गया लेकिन शिक्षा विभाग की ओर से इस विद्यालय में किसी भी शिक्षक की नियुक्ति नहीं की।

वर्ग नवम के छात्र बताते हैं विद्यालय में मात्र एक शिक्षक है और 450 से भी अधिक की संख्या में छात्र पढ़ाई करते हैं। ऐसे में एक शिक्षक के कारण विद्यालय में पढ़ाई नहीं हो पाती है और हम छात्रों को बाहर कोचिंग और ट्यूशन के भरोसे अपना पढ़ाई पूरा करना पड़ता है।


Conclusion:इस बाबत विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य सिंधु कुमारी बताती है हमारे विद्यालय में सिर्फ एक शिक्षक है जो अभी इन दिनों छुट्टी पर हैं। वही स्कूल प्रबंधन के द्वारा एक बाहर के शिक्षक को बच्चों को पढ़ाने के लिए रखा गया है जो वर्ग 9 और 10 के छात्र छात्राओं को पढ़ा रहे हैं। इस हाई स्कूल में कितने शिक्षक होने चाहिए और कितने पद खाली हैं यह भी प्रधानाचार्य को नहीं पता।

स्कूलों में शिक्षकों की कमी पर जब हमने जिला शिक्षा पदाधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया यह सरकार का नीतिगत मामला है हम इसमें कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं। सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है। जब सरकार द्वारा शिक्षकों की बहाली निकाल शिक्षकों की नियुक्ति करेगी तब विद्यालय में शिक्षकों को प्रतिनियुक्त किया जाएगा।
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