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पुणे हादसा: कटिहार में मातमी चित्कार, घर का चिराग खोने से बर्बाद हो गए कई परिवार

पुणे में हुए दर्दनाक हादसे में कटिहार के 15 लोगों की मौत हो गई है. इस बात की खबर मिलते ही पूरे गांव में मातमी माहौल बना हुआ है. संबंधित गांव के लगभग हर घर से करुण चित्कार सुनाई दे रही है.

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Published : Jun 29, 2019, 8:52 PM IST

कटिहार: महाराष्ट्र के पुणे में हुए हादसे में कटिहार के 15 मजदूरों की मौत हो गई है. मृतक मजदूर जिले के बलरामपुर प्रखंड के बघार गांव के थे. वहीं, इनकी मौत की सूचना मिलते ही गांव भर में मातमी चीखें गूंज उठीं. मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. इन मजदूरों में कई के परिवार ऐसे हैं, जो मृतकों पर ही आश्रित थे. उनका सब कुछ खत्म हो गया है.

पेट की आग बुझाने और परिवार का भरण पोषण करने महाराष्ट्र गए मजदूरों की मौत की खबर आते ही परिजन बदहवास हो गए हैं. वहीं, इस पूरी घटना के बाद कुछ स्थानीय अधिकारी मृतकों के घर पहुंचे और सांत्वना देते हुए मुआवजा देने की बात कर चलते बने. लेकिन अभी तक परिजनों को कोई सहायता राशि नहीं मिली है, ताकि वो महाराष्ट्र जा सकें.

गम ही गम...
ईटीवी भारत के संवाददाता जैसे ही मृतकों के गांव पहुंचे, पूरा नजारा देखकर वो भी आहत हो उठे. दरअसल, यहां एक मां अपने बेटे की तस्वीर लिए रोते-रोते गश खाकर गिर पड़ी. वहीं, एक परिवार ऐसा भी था जिसके घर में दो बूढ़े मां-बाप ही बचे हैं और इस अनहोनी ने उनका सबकुछ छीन लिया है. गांव में एक ओर जहां महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं, दूसरी ओर बूढ़ा बाप छाती पीट-पीटकर रो रहा है.

गांव में मातमी माहौल

'पुणे ने छीना इकलौता बचा चिराग'
इस दर्दनाक घटना में गांव के दीपरंजन उसकी पत्नी और दो बच्चों की मौत हो गई. उनके बूढ़े मां बाप ने बताया कि कुछ साल पहले उनका छोटा बेटा भी पुणे में ही एक हादसे का शिकार हो गया था. अब घर में बूढ़े दंपति के अलावा कोई नहीं बचा है.

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इकलौते पुत्र को खोने के बाद बदहवास मां

'तीन दिन पहले ही पुणे गया था लाल'
वहीं, एक ऐसा भी परिवार है, जिसका बेटा आलोक शर्मा मंगलवार को ही पुणे पहुंचा था और हादसे का शिकार हो गया. आलोक शर्मा का एक डेढ़ वर्षीय पुत्र भी है. पूणे हादसे में ऐसे और भी कई परिवार हैं, जिनका लाल अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए पुणे गया था और हादसे का शिकार हो गया.

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मृतक की पत्नी

सीएम नीतीश ने किया है सहायता राशि का ऐलान
सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जहां मृतक के परिजनों को 2-2 लाख रुपया, वहीं घायलों को 50 हजार रुपये देने का घोषणा की है. वहीं, महाराष्ट्र सरकार ने पुणे हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है. महाराष्ट्र सरकार ने नेशनल डिजास्टर रिलीफ फंड के तहत प्रत्येक पीड़ित को 5 लाख रुपये देने की घोषणा की है. इसके अलावा सीएम रिलीफ फंड के तहत भी पीड़ितों को आर्थिक मदद दी जाएगी. महाराष्ट्र सरकार ने इस हादसे की जांच के लिए एक कमेटी गठित की है. ये कमेटी 7 दिन में रिपोर्ट देगी.

हादसे में जान गंवाने वालों के नाम इस प्रकार हैं:-

  • आलोक शर्मा (28 वर्ष)
  • मोहन शर्मा (20 वर्ष)
  • अजय शर्मा (19 वर्ष)
  • अभंग शर्मा (19 वर्ष)
  • रवि शर्मा (19 वर्ष)
  • लक्ष्मीकांत सहानी (33 वर्ष)
  • अवधेत सिंह (32 वर्ष)
  • सुनील सींग (35 वर्ष)
  • ओवी दास (6 वर्ष)
  • सोनाली दास (2 वर्ष)
  • विमा दास (28 वर्ष)
  • संगीता देवी (26 वर्ष).

कटिहार: महाराष्ट्र के पुणे में हुए हादसे में कटिहार के 15 मजदूरों की मौत हो गई है. मृतक मजदूर जिले के बलरामपुर प्रखंड के बघार गांव के थे. वहीं, इनकी मौत की सूचना मिलते ही गांव भर में मातमी चीखें गूंज उठीं. मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. इन मजदूरों में कई के परिवार ऐसे हैं, जो मृतकों पर ही आश्रित थे. उनका सब कुछ खत्म हो गया है.

पेट की आग बुझाने और परिवार का भरण पोषण करने महाराष्ट्र गए मजदूरों की मौत की खबर आते ही परिजन बदहवास हो गए हैं. वहीं, इस पूरी घटना के बाद कुछ स्थानीय अधिकारी मृतकों के घर पहुंचे और सांत्वना देते हुए मुआवजा देने की बात कर चलते बने. लेकिन अभी तक परिजनों को कोई सहायता राशि नहीं मिली है, ताकि वो महाराष्ट्र जा सकें.

गम ही गम...
ईटीवी भारत के संवाददाता जैसे ही मृतकों के गांव पहुंचे, पूरा नजारा देखकर वो भी आहत हो उठे. दरअसल, यहां एक मां अपने बेटे की तस्वीर लिए रोते-रोते गश खाकर गिर पड़ी. वहीं, एक परिवार ऐसा भी था जिसके घर में दो बूढ़े मां-बाप ही बचे हैं और इस अनहोनी ने उनका सबकुछ छीन लिया है. गांव में एक ओर जहां महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं, दूसरी ओर बूढ़ा बाप छाती पीट-पीटकर रो रहा है.

गांव में मातमी माहौल

'पुणे ने छीना इकलौता बचा चिराग'
इस दर्दनाक घटना में गांव के दीपरंजन उसकी पत्नी और दो बच्चों की मौत हो गई. उनके बूढ़े मां बाप ने बताया कि कुछ साल पहले उनका छोटा बेटा भी पुणे में ही एक हादसे का शिकार हो गया था. अब घर में बूढ़े दंपति के अलावा कोई नहीं बचा है.

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इकलौते पुत्र को खोने के बाद बदहवास मां

'तीन दिन पहले ही पुणे गया था लाल'
वहीं, एक ऐसा भी परिवार है, जिसका बेटा आलोक शर्मा मंगलवार को ही पुणे पहुंचा था और हादसे का शिकार हो गया. आलोक शर्मा का एक डेढ़ वर्षीय पुत्र भी है. पूणे हादसे में ऐसे और भी कई परिवार हैं, जिनका लाल अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए पुणे गया था और हादसे का शिकार हो गया.

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मृतक की पत्नी

सीएम नीतीश ने किया है सहायता राशि का ऐलान
सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जहां मृतक के परिजनों को 2-2 लाख रुपया, वहीं घायलों को 50 हजार रुपये देने का घोषणा की है. वहीं, महाराष्ट्र सरकार ने पुणे हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है. महाराष्ट्र सरकार ने नेशनल डिजास्टर रिलीफ फंड के तहत प्रत्येक पीड़ित को 5 लाख रुपये देने की घोषणा की है. इसके अलावा सीएम रिलीफ फंड के तहत भी पीड़ितों को आर्थिक मदद दी जाएगी. महाराष्ट्र सरकार ने इस हादसे की जांच के लिए एक कमेटी गठित की है. ये कमेटी 7 दिन में रिपोर्ट देगी.

हादसे में जान गंवाने वालों के नाम इस प्रकार हैं:-

  • आलोक शर्मा (28 वर्ष)
  • मोहन शर्मा (20 वर्ष)
  • अजय शर्मा (19 वर्ष)
  • अभंग शर्मा (19 वर्ष)
  • रवि शर्मा (19 वर्ष)
  • लक्ष्मीकांत सहानी (33 वर्ष)
  • अवधेत सिंह (32 वर्ष)
  • सुनील सींग (35 वर्ष)
  • ओवी दास (6 वर्ष)
  • सोनाली दास (2 वर्ष)
  • विमा दास (28 वर्ष)
  • संगीता देवी (26 वर्ष).
Intro:कटिहार

महाराष्ट्र के पुणे में हुए हादसे में कटिहार के 15 मजदूरों की हुई मौत। इस बड़ी हादसा के बाद बलरामपुर प्रखंड के बघार गाँव में पसरी मातम। जहां एक और मृतक के परिजन के आंसू थमने का नाम नहीं ले रही वहीं दूसरी ओर कई परिवार तो ऐसे हैं जिनका सब कुछ खत्म हो गया है। कुछ अधिकारी आए थे और संताव्ना और मुआवजे की बात कहां गए लेकिन अभी तक मृतक के परिजनों को फूटी कौड़ी तक नहीं मिली।


Body:यह पूरा दृश्य बिहार के कटिहार के बलरामपुर प्रखंड अंतर्गत बघार गांव का है जहां एक ओर महिलायें रो रही है तो दूसरी ओर पिता छाती पीट रहा है वही मां बेटे के फोटो को देखकर गस्त खाकर जमीन पर गिर गई है। वजह यह है की महाराष्ट्र के पुणे में इन सभी परिवारों का कोई न कोई व्यक्ति रोजगार की तलाश में काम करने पूणे गया हुआ था वहां से मिले पैसे से यहां परिवार की चक्की चलती थी और कल रात यह खबर आई कि भूस्खलन और दीवार गिरने से 15 लोगों की मौत हो गई है।

बघार गांव में दिपरंजन के परिवार भी एक ऐसा परिवार है जो पेट की आग बुझाने के लिए प्रदेश कमाने गया था। अब सब कुछ लुटा बैठा है घर में सिर्फ दो बूढ़े माँ-बाप बचे हैं। सब लोगों की मौत हो गई है। और इस खबर के बाद मुंह से बोली नहीं आंख से आंसू निकल रहे हैं।

दिपरंजन के परिजन बताते हैं वह अपने घर का इकलौता बेटा था जो अपने पत्नी और बच्चे के साथ पुणे में रह रहा था और अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था लेकिन हादसे में दिपरंजन के साथ उनके पत्नी और दोनों बच्चे भी हादसे का शिकार हो गए इस हादसे के बाद अब उनके घर में सिर्फ उनके बूढ़े मां और पिताजी रह गये हैं। इससे पहले दीपरंजन के छोटे भाई पूणे में ही एक हादसे का शिकार कुछ साल पहले हो गए थे जहां उनकी मौत हो गई थी।

वही एक ऐसा भी परिवार है जिसका बेटा आलोक शर्मा मंगलवार को ही पुणे पहुंचा था और हादसे का शिकार हो गया। आलोक शर्मा का एक डेढ़ वर्षीय पुत्र भी है। पूणे हादसे में ऐसे और भी कई परिवार हैं जो अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए पूणे गये थे जो हादसे का शिकार हो गए।


Conclusion:सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जहां मृतक के परिजनों को 2-2 लाख रुपया वहीं घायलों को ₹50 हजार रुपये देने का घोषणा भी की है। वहीं अब देखना बाकी है जहां यह हादसा घटित हुआ है वहां के सरकार मृत परिजनों के लिए क्या मदद के हाथ बढ़ाएगी?

मृतकों का नाम

आलोक शर्मा
मोहन शर्मा
अमन शर्मा
रवि शर्मा
लक्ष्मीकांत साहनी
सुनील सिंह
ओवि दास
सोनाली दास
भीमा दास
संगीता देवी
अजीत कुमार शर्मा
रेखाल कुमार शर्मा
निवा देवी
दीप रंजन शर्मा
अवधेश सिंह
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