कैमूर (भभुआ): जिले के भभुआ में कायस्थ समाज की ओर से चित्रगुप्त पूजा का धूमधाम से आयोजन किया गया. भभुआ के वार्ड नंबर 23 में चित्रगुप्त पूजा हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. कोरोना महामारी को लेकर सरकार के गाइड लाइन का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ चित्रगुप्त पूजा मनाया गया. इसमें विभिन्न वार्डों के कायस्थ समाज के लोगों ने भाग लिया.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान ब्रह्मा ने हजारों वर्षों की समाधि के बाद अपनी काया से उनके सनमुख मस्वर शरीर वाले व्यक्ति को देखा. ब्रह्मा जी ने कहा कि तुम कौन हो? इसपर मस्वर शरीर वाला व्यक्ति ने कहा कि हे प्रभु मैं आपके काया से उत्पन्न हुआ हूं. इसपर ब्रह्मा जी ने कहा कि तुम मेरे काया से उत्पन्न हुए हो, तो इस प्रकार तुम्हारी जाती कायस्थ होगी और तुम्हारा नाम चित्रगुप्त होगा.
वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा संपन्न
ब्रह्मा जी ने कहा कि जो व्यक्ति तुम्हारा पूजा मन से करेगा, वह सभी पापों से मुक्त होकर स्वर्ग लोक को प्राप्त होगा. जिसका महाभारत में भी वर्णन है. भीष्म पितामह ने चित्रगुप्त महाराज के पूजा कर इछा मृत्यु का वरदान प्राप्त किया था.