कैमूर (भभुआ): भगवानपुर प्रखंड के किरचोला गांव के लोग काफी समय से पीने के पानी का संकट झेल रहे हैं. जल स्तर नीचे जाने के चलते गांव के चापाकल सूख चुके हैं. गांव में जब बिहार सरकार की महत्वकांक्षी योजना 'हर घर नल का जल' के तहत काम शुरू हुआ तो लोगों को खुशी हुई. उनके बीच उम्मीद जगी कि अब पीने के पानी की परेशानी नहीं होगी. लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण नल जल योजना दम तोड़ रहा है.
महादलित बस्ती में नहीं मिल रहा योजना का लाभ
महत्वकांक्षी योजना नल जल से सभी घरों में पानी पहुंचना था. लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण नल जल योजना दम तोड़ रहा है. वहीं, नल जल योजना से वार्ड सदस्य के गेंहू की पटवन हो रही है. वार्ड सदस्य और ठेकेदार के लापरवाही के कारण पूरे गांव में अब तक नल नहीं लगाया गया है. महादलित बस्ती में आधा-अधूरा जल का पाइप बिछा कर छोड़ दिया गया.
ग्रामीणों को मिली धमकी
ग्रामीणों का आरोप है कि शिकायत करने करने पर वार्ड सदस्य और ठेकेदार धमकी देता है. ग्रामीणों का साफ कहना है कि नल जल से उन्हें कोई फायदा नहीं मिला है. लेकिन नल जल योजन से वार्ड सदस्य के गेहूं के पटवन जरूर होता है.
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बता दें कि बिहार सरकार लाखों रुपये खर्च करके आम लोगों को नल जल योजना की फायदा पहुंचना चाहती है. लेकिन वहीं जन प्रतिनिधि खुद के फायदा में लगे रहते है. अब देखना होगा कि कब महादलित बस्ती में पानी पहुंचता है.