कैमूर: जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र स्थित सिरबीट पंचायत में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. यहां मुखिया की मौत के बाद ग्रामीणों ने चंदा जमा कर उसका दाह-संस्कार किया. वहीं, मृतक मुखिया की पत्नी ने गांव के ही एक व्यक्ति पर डरा-धमकाकर सारा कार्यभार संभालने और योजनाओं का पैसा लूटने का आरोप लगाया है.
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बताया जा रहा है कि सिरबीट पंचायत में हरिजन सीट होने के कारण गांव के ही एक व्यक्ति फिरोज खान ने शिवमूरत मुशहर को 5 बीघा जमीन देने का लालच देकर मुखिया बनावा दिया. लेकिन उसकी तबीयत खराब रहने के कारण खुद मुखिया का कार्यभार संभालने लगा. फिरोज खान किसी योजना का कार्य या पैसे की निकासी को लेकर उसे धमकी देकर जहां मन हो वहां अंगूठा लगवा लेता था. हालात ये है कि शिवमूरत मुशहर के घर के सामने ही मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत नाली गली की ढलाई तक नहीं हो सकी है.
सरकारी कॉलोनी में करते थे जीवन यापन
मुखिया शिवमूरत मुशहर अनुसूचित जनजाति के लिए सरकार की ओर से बनाए गए कॉलोनी में ही जीवन यापन करते थे. उनके घर के सामने ही मेन रोड पर घुटने भर पानी और कीचड़ जमा हुआ देखा गया. वहीं, शिवमूरत मुशहर की मौत के बाद फिरोज खाना गायब हो गया.
योजनाओं में लूट-पाट का आरोप
मुखिया की पत्नी ने बताया कि फिरोज खान खुद मुखिया का कार्य करता था. उसने शिवमूरत मुशहर को घर में ही रहने की हिदायत दी और सभी सभी योजनाओं का कार्य खुद से करवाकर जमकर लूटपाट की. गांव का भी विकास नहीं हुआ और ना ही मेरे पति को कुछ भी दिया. वहीं, ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मुखिया के नाम पर फिरोज खाना योजनाओं में लूटपाट करते हुए अपना बिल्डिंग खड़ा कर लिया, जबकि वास्तविक मुखिया और उनका परिवार दाने-दाने को तरसते रहा.
दोषियों पर की जाएगी कड़ी कार्रवाई
इस मामले में जिला पंचायती राज पदाधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि ऐसा मामला उसके संज्ञान में नहीं आया है. अगर मृतक मुखिया के परिजनों की ओर से शिकायत की जाती है तो पूरे मामले की जांच की जाएगी. गड़बड़ी पाए जाने पर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.