कैमूर: वाराणसी-राजगीर बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस पिछले 17 दिसंबर से रद्द है. यह ट्रेन लगभग 4 महीने से रद्द है, जिसकी वजह से यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है. राजधानी पटना को कैमूर जिले से जोड़ने वाली यह एक मात्र ऐसी ट्रेन है जो रात में संचालित होती है, लेकिन रेलवे की ओर से बिना किसी कारण के इसे रद्द करना कहीं न कहीं रेल प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है. रेलवे ने इस ट्रेन को 1 फरवरी 2020 तक कोहरे की वजह से रद्द किया था. लेकिन 1 फरवरी के बाद यह ट्रेन किस वजह से रद्द है, यह सवाल अभी भी बना हुआ है.
ट्रेन का परिचालन जल्द से जल्द शुरु कराने की मांग
बता दें कि बुद्ध पूर्णिमा एकलौती ऐसी ट्रेन है जो रात के समय पटना के लिए डायरेक्ट है. ये ट्रेन कैमूर और रोहतास जिलों के छात्रों के लिए वरदान की तरह है. यात्रियों ने बताया कि इसके रद्द होने की वजह से छात्रों को काफी परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि उन्हें भभुआ रोड स्टेशन की ओर से कोई सूचना भी नहीं मिली है कि यह ट्रेन आखिरकार कब संचालित होगी. यात्रियों ने कहा कि अब रात के समय पटना जाने और वापस लौटने के लिए कोई डायरेक्ट ट्रेन नहीं है, जिससे काफी परेशानी हो रही है. सभी ने सरकार और रेल प्रशासन से ये गुहार लगाई है कि ट्रेन का परिचालन जल्द से जल्द शुरु करें.
'रेलवे को भी हो रहा लाखों का नुकसान'
भभुआ रोड स्टेशन मैनेजर संजय पासवान ने बताया कि बुद्ध पूर्णिमा दिसंबर से कैंसिल है. उन्होंने बताया कि जैसे कि उन्हें सूचना है कि इस ट्रेन का परिचालन 1 अप्रैल से किया जाएगा, लेकिन इसके लिए अभी तक कोई लिखित आवेदन नहीं मिला है. साथ ही उन्होंने कहा कि ट्रेन रद्द होने की वजह से रेलवे को भी लाखों का नुकसान हो रहा है.