कैमूर (चैनपुर): जिले में लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों से आए प्रवासी मजदूरों को रोजगार मुहैया करवाने के लिए स्किल मैपिंग का कार्य किया जा रहा है. यह कार्य डीआरडीए निदेशक अजय कुमार तिवारी की देखरेख में किया जा रहा है. वहीं अभी तक कुल 522 प्रवासी मजदूरों की स्किल मैपिंग की गई है, उन्हें रोजगार मुहैया करवाया जाएगा.
मजदूरों की कार्य की दक्षता की ली गई जानकारी
बता दें कि स्किल मैपिंग के विषय में जानकारी देते हुए जिला उद्योग महाप्रबंधक नागेंद्र शर्मा ने बताया कि मजदूरों की कार्य की दक्षता से संबंधित जानकारियां ली गई है. इसके तहत नव परिवर्तन योजना का समूह बनाकर रोजगार मुहैया करवाया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अत्यंत पिछड़ा वर्ग के इंटर पास व्यक्तियों को मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के माध्यम से 10 लाख रुपये तक का लोन मुहैया करवाया जाएगा. इस योजना के तहत ली गई लोन की राशि पर 50 फीसदी अनुदान है, वहीं शेष 50 फीसदी ब्याज मुक्त है. साथ ही उन्होंने बताया कि अनुदान की राशि के बाद बची हुई 50 फीसदी की राशि को 84 किस्तों में वापस लिया जाएगा ताकि इन उद्यमियों को आगे बढ़ने का बेहतर मौका मिल सके.
50 फीसदी प्लांट मशीनरी के लिए किया जाएगा भुगतान
इस मौके पर जिला उद्योग महाप्रबंधक नागेंद्र शर्मा ने लोन देने के बारे में बताया कि लोन की स्वीकृति मिलने के बाद आवेदकों को 3 किस्तों में पैसे का भुगतान किया जाएगा. जिसमें पहले किस्त में शेड निर्माण के लिए 25 फीसदी का भुगतान किया जाएगा. इसके बाद 50 फीसदी प्लांट मशीनरी के लिए भुगतान किया जाएगा और उसकी उपयोगिता जांच के बाद अंतिम किस्त में 25 फीसदी का भुगतान किया जाएगा. वहीं, सरकार की ओर से उद्यमियों को एक और सुविधा दी जाएगी, जिसके तहत लोन स्वीकृति के डेट से एक साल के बाद ऋण की वसूली शुरू की जाएगी. इसके साथ ही पीएमईजीपी और मुद्रा लोन भी व्यापार शुरू करने के लिए दिए जा रहे हैं.