कैमूर: जिले से होकर गुजरने वाले दिल्ली-कोलकाता के बीच एनएच 2 पर आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है. यूपी-बिहार बॉर्डर पर यूपी के चंदौली जिला अंतर्गत कर्मनाशा नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त होने की वजह से एनएच 2 पर परिचालन को पूरी तरह से रोक दिया गया है. मौके पर यूपी पुलिस कैम्प कर रही है. वहीं, पुल के दोनों तरफ डायवर्जन का काम शुरू कर दिया गया है.
बता दें कि एनएच 2 पर बना यह पुल पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, झारखंड और बिहार को राजधानी दिल्ली से जोड़ता है. स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना के तहत राजधानी दिल्ली को एनएच 2 के माध्यम से कोलकाता से जोड़ा गया. इस परियोजना के तहत लगभग 1450 किमी का निर्माण एनएच 2 पर शुरू है. एनएच 2 को 4 लेन की जगह 6 लेन का बनाया जा रहा है. लेकिन अभी यह परियोजना पूरी भी नहीं हुई कि यूपी-बिहार बॉर्डर पर 2009 में 20 करोड़ की लागत से बना कर्मनाशा नदी पर 180 मीटर लंबा पुल क्षतिग्रस्त हो गया.
क्षतिग्रस्त पुल की सूचना पुलिस को दी गई
शनिवार की सुबह ग्रामीणों ने जब पुल को क्षतिग्रस्त देखा तो पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने पुल के पास पहुंचकर आवागमन को रोक दिया. दरअसल, पुल लगभग 1 फीट तक धंस गया है. साथ ही इसका पिलर भी पूरी तरह से टूट गया है. परिवहन रोके जाने से आवागमन बाधित रहा और घंटों से लंबी दूरी की हजारों गाड़ियां एनएच 2 पर फांसी हुई हैं. एनएचएआई नें गाड़ियों को दुर्गावति, मोहनिया, कुदरा, सासाराम में ही रोक दिया है.
जाम में फंसी गाड़ियां
जाम में फंसे कई ट्रक ड्राइवरों नें बताया कि पुल ओवरलोडेड वाहनों के गुजरने से क्षतिग्रस्त हुआ है. ड्राइवरों ने कहा कि इस जाम से उन्हें काफी परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि आधिकारिक तौर पर किसी ने नहीं बताया है कि आवागमन कब से शुरू होगा, लेकिन सूचना मिल रही है कि 7 दिनों में डायवर्जन तैयार कर आवागमन शुरू कर दिया जायेगा.
10 दिनों के अंदर कराया जायेगा मरम्मती कार्य
वहीं, डायवर्जन निर्माण कार्य में लगे सोमा इंदुस कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर शिव कुमार गिरी ने बताया कि कंपनी की कोशिश हैं कि 10 दिनों के अंदर पुल के दोनों तरफ डायवर्जन बना कर आवागमन शुरू कर दी जाए. उन्होंने बताया कि मीटिंग में अधिकारियों ने भी यहीं निर्णय लिया है कि 8-10 दिनों के अंदर डायवर्जन तैयार कर आवागमन शुरू करा दिया जाए. उन्होंने बताया कि पुराने पुल के माध्यम से छोटी गाड़ियों को पास कराया जा रहा है.