कैमूर: सीपीआई भाकपा माओवादी नक्सली संगठन का एरिया कमांडर वीरेंद्र यादव उर्फ भोरिक यादव ने आत्मसमर्पण कर दिया है. एसपी दिलनवाज अहमद के समक्ष आत्मसमपण करने पहुंचे नक्सली अपने साथ आधा दर्जन हथियार, जिंदा कारतूस, लवी वसूलने का रसीद और नक्सली वर्दी भी लेकर आया था. जिसे प्रशासन ने जब्त कर लिया है.
'मुख्यधारा में चाहता हूं लौटना'
आत्मसमर्पण के बाद वीरेंद्र यादव उर्फ भोरिक यादव ने बताया कि मेरे पिता की हत्या 2009 में नक्सलियों ने जन अदालत लगाकर कर दी थी. उसके कुछ समय बाद मैंने भी एक युवक को गोली मार दी थी. पुलिस मुझे गिरफ्तार कर जेल भेज दी थी. जेल में डीएफओ हत्याकांड में बंद मुख्य नक्सली निराला यादव के संपर्क में आ गया. उसने नक्सली संगठन से जुड़ने के लिए प्रेरित किया. उसके बाद मैं नक्सली संगठन से जुड़ गया. 10 दिन बाद ही मुझे एरिया कमांडर बना दिया गया. लेकिन अब मुझें वहां अच्छा नहीं लग रहा था, मुख्यधारा में लौटना चाहता हूं.
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आत्मासमर्पण के बाद मुख्यधारा से जुड़ा नक्सली- एसपी
एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि वीरेंद्र यादव उर्फ भोरिक यादव ने आज आत्मासमर्पण किया है. उसके पास से आधा दर्जन हथियार, जिंदा कारतूस, लवी वसूलने का रसीद और नक्सली वर्दी जब्त किए गए हैं. उन्होंने बताया कि वीरेंद्र यादव आत्मासमर्पण के बाद मुख्यधारा से जुड़ चुका हैं. उसे सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं का लाभ दिया जाएगा.