कैमूर: बिहार विधानसभा चुनाव होने से पहले ही रोजगार की तलाश में प्रवासी मजदूर पुनः अन्य प्रदेशों में पलायन करने लगे हैं. सत्ता और विपक्ष दोनों मजदूरों को लेकर राजनीति कर रहे हैं. इसी तरह पलायन चलता रहा तो नीतीश सरकार के लिए मुश्किलें बढ़ सकती है.
सरकार ने किया मजदूरों के साथ छलावा
बता दें कि कोरोना के कारण देश में लॉकडाउन लगा दिया गया था. इसके बाद दूसरे राज्यो में काम कर रहे है प्रवासी मजदूर अपने घर वापसी किए थे. इसके बाद इन लोगों को काफी समस्या होने लगी. जिसको लेकर सरकार ने सभी प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने की बात कही गई. ये महादलित मजदूरों हैं. सरकार के इनके साथ छलावा साबित किया.
रोजगार के नाम पर छलावा
सरकार ने लॉकडाउन में छुट देने से मजदूर दूसरे राज्य में रोजगार के लिए जा रहे हैं. इन मजदूरों को लॉकडाउन के बाद भुखमरी के कगार पर आ गया है. रोजगार नहीं मिलने से परिवार का पालन सही ढंग से नहीं हो पा रहा है. इधर, राज्य में चुनाव भी है. रोजगार की बात करने वाले सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने ही खूब रोजगार दिया, लेकिन धरातल पर कुछ नहीं उतर पाया.