कैमूर: प्रदेश के सभी जिलों में डीएम की ओर से प्रत्येक शुक्रवार को जनता दरबार लगाया जाता है. डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी का भी प्रत्येक शुक्रवार को जनता दरबार लगता है. लेकिन जिले में लगने वाला ये जनता दरबार एसी कमरों और डीएम की कुर्सी पर बैठकर नहीं बल्कि कलेक्ट्रेट परिसर में लगाया जाता है.
लोगों के बीच खड़े होकर समस्या सुनते हैं
डीएम का कहना है कि प्रशासन और जनता में बेहतर रिश्ते बनाने के लिए और जनता को यह एहसास दिलाने के लिए कि प्रशासन उनके साथ हर मोड़ पर खड़ी है. इसलिए वो खुद लोगों के बीच खड़े होकर उनकी समस्या सुनते हैं. ताकि लोगों को ऐसा न लगे कि अधिकारी बन्द कमरे में हैं और उनकी बात चार दीवार में दब गई है. डीएम ने बताया कि जनता दरबार में सभी तरह के आवेदन लोगों की ओर से दिये जाते हैं.
जिलाधिकारी ने कहा कि उनकी कोशिश होती है कि सभी की समस्याओं का जल्द से जल्द निपटारा किया जा सके. यही नहीं यदि कोई समस्या प्रशासन स्तर से सम्भव नहीं हैं, तो लोगों को न्यायालय में अपील करने की सलाह भी दी जाती है.
'आवेदन को तुरंत पीजीआरो को मार्क करते हैं'
डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि वो सीधी सुनवाई वाले आवेदन को तुरंत पीजीआरो को मार्क करते हैं, ताकि जल्द कार्रवाई हो सके. यदि किसी आवेदन में पहले ही आदेश पारित किया जा चुका है और इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई होती है, तो शिकायत मिलने पर तुरंत संबंधित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस भेजा जाता है.