कैमूर: बिहार में कैमूर के मोहनिया में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पखवारा जयंती समारोह के अवसर पर आयोजित एक किसान सम्मेलन में आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह (Former Agriculture Minister Sudhakar Singh) ने नीतीश पर जोरदार हमला किया. उन्होंने कहा कि एक ओर बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग (Special Status for Bihar) करते हैं और दूसरी ओर 350 करोड़ के प्लेन पर चढ़ने की बात करते हैं.
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'शर्म घोलकर पी चुके हैं नीतीश कुमार' : पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने यहां तक कह डाला कि नीतीश कुमार कटोर लेकर दिल्ली जाते हैं. वहां विशेष राज्य के दर्जे की मांग करते हैं. ऊपर से बिहार में 350 करोड़ के प्लेन पर भी चढ़ना चाहते हैं. ऐसा भिखारी आपने आज तक नहीं देखा होगा. सुधाकर सिंह ने कहा कि वो शर्म घोलकर पी चुके हैं.
''नीतीश कुमार हमेशा कटोरा लेकर दिल्ली जाते हैं, बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा मांगने. नीतीश जी आपको शर्म नहीं आती? आपको विशेष राज्य का दर्जा भी चाहिए और आपको 350 करोड़ के जहाज पर भी चढ़ना है. ऐसा भिखारी आपने नहीं देखा होगा. शर्म घोलकर पी जाने वाले इस बिहार राज्य के मुख्यमंत्री हैं नीतीश कुमार.''- सुधाकर सिंह, राजद विधायक
'बिहार विकास कर रहा तो विशेष राज्य के दर्जे के लिए क्यों भटक रहे': आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार हमेशा प्रदेश के विकास की बात करते हैं. लेकिन, बिहार जब इतना ही विकसित है तो फिर क्यों विशेष राज्य के दर्जे की मांग के लिए भटक रहे हैं. कैमूर का जो हाल 2005 में था वही दशा आज भी है. नीतीश कुमार का काम बस एक ही रह गया है कि वो 350 करोड़ के प्लेन पर चढ़ जाएं. नीतीश ये नहीं देख रहे हैं कि बिहार की जनता और किसानों की हालत कैसी है.
''जब बिहार इसी तरह विकास कर रहा है तो बिहार को विशेष दर्जा दिलाने के लिए क्यों भटक रहे हैं? यह सब नीतीश कुमार का ढकोसला है, इसलिए मैं कह देना चाहता हूँ कि आने वाले विधानसभा चुनाव में जदयू की बड़ी शिकस्त होगी और बिहार में नीतीश कुमार का नमो निशान नहीं रहेगा.''- सुधाकर सिंह, राजद विधायक
सुधाकर सिंह नीतीश को पहले बता चुके हैं शिखंडी : सुधाकर सिंह ने एक निजी चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में कहा था कि नीतीश कुमार सिर्फ 2 महीने के लिए आए थे. उन्होंने पहले ही समझौता किया था कि तेजस्वी यादव को सीएम बनाएंगे. मगर अब वो तेजस्वी को सीएम बनने नहीं दे रहे हैं. इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश की तुलना शिखंडी से की. उन्होंने कहा कि इतिहास सबको याद नहीं रखता है.सीएम के तौर पर नीतीश का नाम आज याद है. लेकिन कुर्सी छिनने के बाद आपका काम ही आपके नाम को याद रखेगा. कर्पूरी ठाकुर या लालू प्रसाद यादव की तरह नीतीश कुमार कभी भी इतिहास के पन्नों में शामिल नहीं होंगे. बिहार का इतिहास उन्हें हमेशा शिखंडी के रूप में याद करेगा.वह जब राजद के पास आए थे तो उन्होंने कमिटमेंट दिया था कि नाइट वाचमैन के तौर पर दो-तीन माह के लिए कुर्सी पर रहेंगे, फिर कुर्सी तेजस्वी को सौंप देंगे.