कैमूर(भभुआ): बिहार के कैमूर के चांद थाना क्षेत्र के हसरेव गांव मे हुआ भूमि विवाद (Land Dispute In Kaimur) खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया. विवाद एक ही परिवार के भाईयों के बीच में हुआ है. करीब 300 बीघा जमीन बंटवारे का मामला है. इस दौरान दोनों पक्षों के लोगों ने एकदूसर पर जमकर फायरिंग की. धारदार हथियार से भी एकदूसरे को मारकर घायल कर दिया. एक पक्ष से 4 तो दूसरे पक्ष से 1 व्यक्ति गंभीर रूप से जख्मी हुआ है. इनमें से एक के हाथ में गोली लगी है.
यह भी पढ़ें: खगड़िया में जमीन विवाद में किसान की हत्या, जांच में जुटी पुलिस
मारपीट में पांच लोग जख्मी: घायलों को इलाज के लिए इलाज के लिए सदर अस्पताल भभुआ में भर्ती कराया गया है. जबकि हाथ में गोली लगने से घायल हुए व्यक्ति को प्राथमिक उपचार के बाद वाराणसी रेफर कर दिया गया. घायलों में एक पक्ष से दीवान फखरुद्दीन खान, साला मोहम्मद इरफान खान, दीवान अक्षय खान और अलीमुद्दीन खान शामिल हैं. जबकि दूसरे पक्ष से घायल व्यक्ति की पहचान दीवान तालिब खान के रूप में हुई है. घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल है.
"चांद थाना क्षेत्र के सहरेव गाँव में दो पक्षों के बीच मारपीट हुआ था और गोली भी चली है. जिसपर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दो लाइसेंसी राइफल, एक अवैध कट्टा और 14 गोली को बरामद किया गया. अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. 1 बोलेरो 1 बाइक को जप्त किया गया है" - राकेश कुमार, कैमूर एसपी
मंत्री जमा खान के ससुराल में विवाद: दरअसल, यह विवाद चैनपुर विधानसभा से विधायक सह अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान (Minister Zama Khan) के सुसराल में चल रहा है. उनके अपने ससुर कमरुद्दीन खान और उसके छोटे भाई दीवान फखरुद्दीन खान के बीच 300 बीघा जमीन बंटवारे को लेकर काफी दिनों से मामला चल रहा है. जिसके लेकर मंत्री जमा खान के पहल पर पंचायत रखी गयी. लेकिन मामले का निपटारा नहीं हो सका. विरोध पक्ष का आरोप है कि जमा खान के इशारे पर मारपीट की गयी है. इधर, पुलिस का कहना है कि मामले की जांच चल रही है.
"जमीन बंटवारा को लेकर कई दिनों से विवाद चल रहा था. जिसको लेकर मंत्री जमा खान ने कई बार पंचायत की, लेकिन कोई निकसार नही निकला, उसके बाद जमा खान ने अपने परिवार के लोगों को कह दिया था कि जो भी खेत पर जाएगा उसको मार देना, आज जब मैं अपने खेत पर गया तो वहां पर उनके रिश्तेदार के लोग आए और लाठी डंडे खंती से मारपीट कर घायल कर दिया. मुझे बचाने आये मेरे परिवार के और तीन लोगों को भी घायल कर दिया" - फखरुद्दीन खान, घायल
"मंत्री केवल फैसले की बात करते रहें, लेकिन फैसला नहीं किये. अगर वो चाह जाते तो दो मिनट में फैसला कर देंते. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. जिसका नतीजा यह हुआ है" -मोहम्मद रिजवान खान, घायल