कैमूर: शराब ने अब तक कई जिंदगियों को तबाह कर दिया है और कईयों की जान ले ली है. बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar) के बावजूद इस पर लगाम लगा पाना मुश्किल हो रहा है. ऐसा ही एक मामला कैमूर से आया है जहां नशेड़ी बेटे (drunken son shot and killed his mother in Kaimur) ने अपनी मां की गोली मारकर हत्या कर दी. मामला अधौरा थाना के अथान गांव का है. फिलहाल मां की हत्या के आरोप में बेटे नेपाली सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
पढ़ें- गोपालगंज में दो शराब तस्कर गिरफ्तार, शरीर में टेप साटकर करते थे तस्करी
शराबी बेटे ने मां को मारी गोली: पुलिस ने बताया कि नेपाली सिंह का अपनी मां के साथ संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था. मंगलवार को नेपाली सिंह शराब के नशे में अपनी मां के पास पहुंचा और जायजाद में हिस्सा मांगने लगा. मां ने अपने बेटे को कहा कि आज शराब पिये हो कल बात करना. इसी बात से नाराज होकर शराबी बेटे ने मां पर कट्टा से फायरिंग कर उसे हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दिया. फायरिंग की आवाज के बाद गांव में अफरा तफरी मच गयी. जिसके बाद घटना की पुलिस को सूचना दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी बेटे को हथियार के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भभुआ सदर अस्पताल भेज दिया.
संपत्ति विवाद में मां की हत्या: वहीं भभुआ सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को शव सौप दिया गया है. फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है. मृतका के बड़े बेटे श्याम बिहारी सिंह ने बताया कि छोटे भाई नेपाली सिंह शराब के नशे में मां से जमीन जायजाद में हिस्सा मांग रहा था. मां बाद में इस मुद्दे पर बात करने को कही तो मां को गोली मार दिया.
"छोटे भाई ने मां को गोली मार दी. घटनास्थल पर मां की मौत हो गयी. फिर पुलिस को सूचना देने के बाद उसकी गिरफ्तारी हुई. हम उसपर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं."- श्याम बिहारी सिंह, मृतका का बड़ा बेटा
" सूचना मिली कि शराब के नशे में एक युवक ने अपनी मां को गोली मार दी जिससे उसकी मौत हो गई. उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. साथ ही घटना में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिया गया है. पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है. प्रथम दृष्टा शराब के नशे में गोली मारने की पुष्टि हुई."- छोटे लाल टूटू, दारोगा, अधौरा थाना
कहां से आ रही शराब?: अब सवाल है कि बिहार में शराबबंदी होने के बावजूद कैसे लोगों तक शराब पहुंच रही है. कैमूर में शराब के नशे में एक युवक ने अपनी ही मां की जान ले ली. पुलिस अपने क्षेत्र में शराब पर अंकुश लगाने में क्या असफल है? एक बात तो साफ है कि लाख कोशिशों के बावजूद बिहार में शराब बेचने और पीने के मामले सामने आते रहते हैं.
बिहार में शराबबंदी कानून: बता दें कि 2016 से बिहार में शराबबंदी कानून (Bihar Prohibition and Excise Act 2016) लागू है. 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने महिलाओं से शराबबंदी का वादा किया था. इसका एक उद्देश्य घरेलू हिंसा को रोकना था. चुनाव जीतने के बाद उन्होंने अपना वादा निभाया. एक अप्रैल 2016 बिहार निषेध एवं आबकारी अधिनियम के तहत बिहार में शराबबंदी लागू कर दी गई. तब से सरकार के दावे के बावजूद शराब की तस्करी और बिक्री धड़ल्ले से हो रही है. इसका प्रमाण शराब की बरामदगी और इस धंधे से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी है.