कैमूर(भभुआ): भभुआ सदर अस्पताल में वैश्विक महामारी कोविड-19 से निपटने में बिहार सरकार की सुविधा विफल दिख रही है. महामारी के बढ़ते प्रकोप से मरीज की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. लेकिन अस्पतालों में मरीजों के लिए सुविधा कुछ भी नहीं है.
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जिले के अस्पतालों में बेडों की संख्या और ऑक्सीजन की काफी कमी है. इससे लोगों का समुचित इलाज नहीं हो पा रहा है. हालांकि अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी 24 घंटे अपनी ड्यूटी ईमानदारी पूर्वक कर रहे हैं. फिर भी सरकार की ओर से उन्हें उचित व्यवस्था नहीं मिलने से वो मानसिक तनाव से ग्रसित हैं.
मरीजों का समुचित इलाज नहीं
बता दें कि जिले में कोरोना मरीजों की स्थिति को देखकर डॉक्टर इमरजेंसी में भर्ती तो कर लेते हैं लेकिन बेड और अन्य साधनों की कमी के कारण फर्श पर लिटाकर उसका इलाज किया जाता है. मरीजों को अगर ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है तो ऑक्सीजन सिलेंडर का रेगुलेटर नहीं होने के कारण उसे ऑक्सीजन नहीं चढ़ाया जाता है. यहां पर सुविधाओं के अभाव में डॉक्टर मरीजों का इलाज करने में असमर्थ हैं.
मंत्री के आश्वासन के बाद भी नहीं मिली सुविधा
हालांकि बीते शनिवार को नीतीश सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने जिले के तमाम अस्पतालों का निरीक्षण किया था. उन्होंने आश्वासन दिया गया था कि बिहार सरकार की तरफ से सभी अस्पतालों में तत्काल सुविधा मुहैया करवाई जा रही है. लेकिन उनकी बातें सिर्फ आश्वासन ही बनकर रह गई. इसलिए डॉक्टर, अस्पताल के कर्मचारियों और मरीज के परिजनों ने सरकार से जल्द से जल्द सुविधा मुहैया करवाने का आग्रह किया है. ताकि कोरोना मरीजों का जिले में समुचित इलाज हो सके.