कैमूरः राष्ट्रीय मध्याह्न भोजन रसोईया फ्रंट के आह्वान पर प्रदेश के विभिन्न जिले से आई रसोईयों ने जिला मुख्यालय भभुआ में धरना प्रदर्शन किया और डीएम को ज्ञापन सौंपा.
भभुआ में धरना प्रदर्शन
रसोईयों का कहना था कि पिछले 12 सालों से सरकार आश्वासन के नाम पर सिर्फ मजदूरी करवा रही है. लेकिन मानदेय के नाम पर उन्हें सिर्फ डेढ़ हजार रुपये मिलते हैं. ऐसे में रसोईया खुद का परिवार कैसे चलाएंगी. धरने में शामिल रसोईयों का कहना है कि 75 प्रतिशत महिलाएं विधवा हैं. इसके बावजूद सरकार का कोई ध्यान नहीं है.
'हमारी मांगों को अनसुनी कर रही है सरकार'
फ्रंट की बिहार प्रदेश अध्यक्ष सुनैना देवी ने कहा कि सरकार हमें 12 सालों से आश्वासन देकर काम करवा रही है, लेकिन उसको लेकर कुछ भी विचार नहीं कर रही है. हम एक हजार या डेढ़ हजार में अपने बच्चों का पालन पोषण कैसे करेंगे. सरकार इसके बारे में कुछ भी नहीं सोच रही है. इसके लिए हमने ये धरना प्रदर्शन किया है.
क्या है मांग:
- एमडीएम भोजन की नहीं हो ठेकेदारी
- मिले निर्धारित न्यूनतम मजदूरी
- निर्धारित तिथि पर भुगतान की राशि रसोईया के खाते में भेजी जाए