कैमूर: जिले के सभी प्रखंडों में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के अंतर्गत खुले में शौच मुक्त पंचायत बनाने में सहयोग करने वाले स्वच्छताग्रहीयों ने अनिश्चितकालीन कार्य का बहिष्कार किया है. प्रदर्शकारियों ने प्रखंड स्तर के अधिकारी सहित जिलाधिकारी को आवेदन देकर अपनी मांगों को पूरा करने की अपली की है.
सामूहिक हड़ताल की घोषणा
दिए गए आवेदन में कहा गया है कि बिहार के प्रदेश संघ स्वच्छताग्रही प्रतिष्ठान के अह्वाहन पर जिले के सभी प्रेरक और स्वच्छताग्रही की मांग जल्द से जल्द पूरी की जाए. जब तक राज्य सरकार की ओर से उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया है. ऐसे में वह 10 सितंबर 2020 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे. जब तक प्रदेश संघ की मांगों के समर्थन में सम्मानजनक वेतनमान का निर्धारण और सभी प्रखंड के सभी पंचायतों में प्रतिनियुक्त नहीं हो जाते तब तक सभी लोग सामूहिक हड़ताल पर रहेंगे.
सरकार को नहीं है चिंता
जिला स्वच्छताग्रही संघ के जिलाध्यक्ष ने बताया कि खुले में शौच मुक्त पंचायत बनाने के लिए सालों से स्वच्छताग्रही कार्य कर रहे हैं. विभाग के निर्देश पर विभिन्न प्रकार के कार्य करते आए हैं. इसके बावजूद स्वच्छताग्रहियों की ओर से किए गए कार्यों का समुचित रूप से भुगतान नहीं मिला है. वहीं, राज्य सरकार को स्वच्छताग्रहीयों के भविष्य की चिंता की जा रही है. लेकिन जी तोड़ मेहनत के बाद भी इसका श्रेय स्वच्छताग्रहियों को नहीं दिया गया. वहीं, इस शोषण पूर्ण सरकार की नीति का विरोध हो रहा है.