कैमूर: जिले में एक गुम हुई बच्ची की मां ने बाल संरक्षण इकाई की आया पर ही बच्चा चोरी का आरोप लगा दिया. दरअसल यहां एक बच्ची लापता हो गई थी, जिसके बाद परिजनों ने थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई. तभी अचानक परिवार वालों को सूचना मिली कि बच्ची सदर अस्पताल में है. जहां पहुंचकर उन्होंने अपनी बच्ची को बाल संरक्षण इकाई की आया के पास देखकर उस पर बच्चा चोरी का इल्जाम लगा दिया. जिसके बाद मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने मामले को शांत करवाया.
'एक औरत बच्ची को लेकर हो गई थी फरार'
बच्ची की मां उषा देवी ने बताया कि वो अपने मायके धर्मपुरा जा रही थी. तभी बच्ची ने कपड़ा गंदाकर दिया, जिसके लिए वो अपनी बच्ची को एक औरत को देकर रामपुर नहर के पास बस से उतरी. उसके बाद जैसे ही वह कपड़ा धोकर आई तो बच्ची और औरत दोनों वहां से गायब थे. जिसके बाद उसने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. तभी बच्ची के परिवार वालों को सूचना मिली कि उसकी बच्ची को किसी ने चैनपुर थाने में दे दिया है. जिसके बाद चैनपुर थाने ने बच्ची को बाल संरक्षण इकाई भभुआ में भेज दिया.
आया पर बच्चा चोरी का इल्जाम
बाल संरक्षण इकाई की आया राधिका बच्ची को लेकर सदर अस्पताल भभुआ इलाज करवाने के लिए गई. तभी अस्पताल में मौजूद बच्ची की मां ने अपनी बच्ची को पहचान लिया. जिसके बाद देखते ही देखते भीड़ ने बाल संरक्षण इकाई की आया को घेर लिया और बच्चा चोरी के इल्जाम में उसके साथ बदसलूकी करने लगे. बाल संरक्षण इकाई के अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई. जिसके बाद उन्होंने मौके पर पहुंचकर भीड़ को समझा-बुझाकर मामले को शांत करवाया.
कानूनी प्रक्रिया से गुजरना होगा
बाल संरक्षण इकाई के सहायक निर्देशक संतोष कुमार चौधरी ने बताया कि बच्ची अब बाल संरक्षण इकाई के पास है. इसलिए अब माता-पिता को वापस देने के लिए कानूनी प्रक्रिया से गुजरना होगा. विभाग परिवार का हर संभव मदद करेगा और कोशिश करेगा कि 3-4 दिनों में बच्ची को उसके माता-पिता को लौटा दिया जाए.