कैमूर(भभुआ): बिहार के कैमूर जिले से वैक्सीनेशन में फर्जीवाड़ा सामने आया है. जिले के मोहनिया में अनुमंडल अस्पातल में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है. वैक्सीनेशन की संख्या ज्यादा दिखाने के चक्कर में बिना टीका लगाए हुए लोगों को टीका लग जाने का मोबाइल पर मैसज और सर्टिफिकेट भेजा जा रहा है. जिस कारण ग्रामीण परेशान हैं.
बता दें कि गड़बड़ी इतनी बड़ी है कि प्रतिदिन एक या दो नहीं, ब्लकि दर्जनों ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. लेकिन इसका कोई समाधान जिला स्वास्थ्य विभाग नहीं निकाल पर रहा है. अधिकारी इसे पोर्टल की गड़बड़ी बताकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं. वहीं, जिन ग्रामीणों को यह मैसेज बिना टीका लगाए आ गये हैं. वे टीका लगवाने के लिए दर-दर की ठोकर खाने पर मजबूर हो रहे हैं.
9 मई को लगा 206 लोगों को टीका
बीते 9 मई को वैक्सीनेशन की संख्या को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग ने प्रेस जारी कर बताया था कि उक्त तारीख को मोहनिया में 206 लोगों का टीकाकरण किया गया था, जबकि टीकाकरण का कुल आंकड़ा 13,761 पहुंच चुका है. प्रतिदिन दर्जनों की तादात में आते ये मामले जिला स्वास्थ्य विभाग के डाटा पर सवाल खड़े कर रहे हैं.
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मोबाइल पर आ रहा टीका लग जाने का मैसेज
इस मामले से वे ग्रामीण ज्यादा परेशान हो रहे हैं. जिन्हें अभी तक टीका नहीं लगा है. फिर भी उनके मोबाइल पर टीके का पहला डोज लग जाने का मैसेज आ गया है. वे अब हैरान और परेशान हैं कि उन्हें अब टीका कैसे लगेगा.
मोहनिया के राजपुर के रहने वाले अमन कुमार बताते हैं कि उन्होंने अपनी मां शीला कुमारी का अपने मोबाइल से 28 अप्रैल को रजिस्ट्रेशन किया था. जिसमें 29 अप्रैल को टीका लगने की बात बताई गई. 29 अप्रैल को टीका के लिए पूछने आया तो अस्पताल द्वारा बताया गया कि आज रविवार है. टीका नहीं लगेगा जिसके बाद वे घर चले गये. देर रात मैसेज आया कि सुशीला कुमारी का एएनएम अंजनी कुमारी द्वारा टीका लगाया जा चुका है. जिसका सर्टिफिकेट भी आ गया है.
अमन ने कहा, "उसके अगले दिन से मैं प्रतिदिन मां को टीका लगवाने के लिए अस्पताल का चक्कर काट रहा हूं. लेकिन टीका अब कैसे लगेगा समझ में नहीं आ रहा हैं".
वहीं, मोहनिया के आशुतोष सिंह बताते हैं 9 मई को वैक्सीनेशन का पहला टीका लगाने का समय मिला था. लेकिन बिना टिका लगाए शाम में मैसेज आया कि टीका का दूसरा डोज 6 जून के बाद लगेगा.
'यह लोग गड़बड़ी कर रहे हैं. आखिर बिना टीका लगाये कैसे टीका का मैसेज आ सकता है'.- आशुतोष सिंह, पीड़ित
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किसे शिकायत करें समझ नहीं आ रहा
गांव के ही हिमांशु कुमार ने बताया कि 2 दिन पहले रजिस्ट्रेशन करवाए थे. 9 मई की सुबह 9 बजे का समय मिला था. जब अस्पताल पहुंचे तो बोला गया कि आज रविवार है. टीका नहीं लगेगा. उसके बाद हम लोग घर चले गए. फिर अचानक रात में 9 बजे मैसेज आया कि आपका टीका लग गया है. उसका सर्टिफिकेट भी आ गया.
"हम टीका लगवाना चाहते हैं. पर किसके यहां शिकायत करें समझ में नहीं आ रहा है".- हिमांशु कुमार, पीड़ित
कोविन पोर्टल की गड़बड़ी
वहीं, मामले के तूल पकड़ने के बाद अनुमंडल अस्पताल मोहनिया के स्वास्थ्य प्रबंधक रूपक कुमार का कहना है कि यह कोविन पोर्टल की गड़बड़ी है. जिन्हें भी यह परेशानी हो रही है, उन्हें वैक्सीन लगायी जाएगी.