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कैमूर : इंजीनियर और ठेकेदार पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार

नालंदा की कुमार मृत्युंजय कंस्ट्रक्शन कंपनी को इसका ठेका दिया गया था. कार्य पूरा होने के बाद विभाग के जरिए थर्ड पार्टी से जांच कराई गई. जांच में पाया गया कि निर्मित सीढ़ियां टूटी हुई हैं और निर्माण में खराब मटेरियल का प्रयोग किया गया है.

एसपी
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Published : Oct 21, 2019, 2:08 PM IST

Updated : Oct 21, 2019, 3:50 PM IST

कैमूर: जिले के चांद थाना क्षेत्र के दीवाने गांव में तालाब के जीणोद्धार और सीढ़ी बनाने में बड़े पैमाने पर अनियमितता पाई गई है. इस मामले में लघु सिंचाई विभाग के प्रभारी कार्यपालक अभियंता उमाशंकर ने लघु सिंचाई विभाग के कार्यपालक अजय कुमार और संवेदक मृत्युंजय कुमार के खिलाफ चांद थाने में एफआईआर दर्ज करा दी है. वहीं, एसडीपीओ ने दोनों आरोपियों को जांच में दोषी पाने के बाद गिरफ्तारी के आदेश दे दिए हैं.

Kaimur
दिलनवाज अहमद, एसपी

जानकारी के अनुसार, चांद प्रखंड के दीवाने गांव में 80 लाख रुपये की लागत से तालाब के जीणोद्धार और सीढ़ी बनाने के लिए नालंदा की कुमार मृत्युंजय कंस्ट्रक्शन कंपनी को इसका ठेका दिया गया था. कार्य पूरा होने के बाद विभाग के जरिए थर्ड पार्टी से जांच कराई गई. जांच में पाया गया कि निर्मित सीढ़ियां टूटी हुई हैं और निर्माण में खराब मेटेरियल का प्रयोग किया गया है. इसकी रिपोर्ट विभाग को भेजी गई. विभाग के जरिए डीएम को जिलास्तरीय पदाधिकारियों की टीम से दोबारा जांच कराने के साथ ही कॉन्ट्रेक्ट और कार्यपालक के खिलाफ एफआईआर करने का आदेश दिया गया. जिसके बाद आगे की कार्रवाई की गई. आदेश प्राप्त होने के बाद डीएम की ओर से जिलास्तरीय टीम गठित की गई. टीम में वरीय उपसमाहर्ता विनोद आनंद सहित अन्य पदाधिकारी शामिल थे.

जानकारी देते एसपी दिलनवाज अहमद

गिरफ्तारी का आदेश जारी
जांच में जिलास्तरीय टीम ने भी सीढ़ी निर्माण में अनियमितता पाई. जिसके बाद लघु सिंचाई विभाग के प्रभारी कार्यपालक अभियंता उमाशंकर कुमार की ओर से कॉन्ट्रेक्ट मृत्युंजय कुमार और कार्यपालक अभियंता अजय कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई. पुलिस ने भी जांच में दोनों को दोषी पाया. जिसके बाद भभुआ एसडीपीओ अजय प्रसाद ने गिरफ्तारी का आदेश जारी कर दिया. फिलहाल पुलिस दोनों की तलाश में जुट गई है. एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. गिरफ्तारी के आदेश जारी कर दिए गए हैं. पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.

कैमूर: जिले के चांद थाना क्षेत्र के दीवाने गांव में तालाब के जीणोद्धार और सीढ़ी बनाने में बड़े पैमाने पर अनियमितता पाई गई है. इस मामले में लघु सिंचाई विभाग के प्रभारी कार्यपालक अभियंता उमाशंकर ने लघु सिंचाई विभाग के कार्यपालक अजय कुमार और संवेदक मृत्युंजय कुमार के खिलाफ चांद थाने में एफआईआर दर्ज करा दी है. वहीं, एसडीपीओ ने दोनों आरोपियों को जांच में दोषी पाने के बाद गिरफ्तारी के आदेश दे दिए हैं.

Kaimur
दिलनवाज अहमद, एसपी

जानकारी के अनुसार, चांद प्रखंड के दीवाने गांव में 80 लाख रुपये की लागत से तालाब के जीणोद्धार और सीढ़ी बनाने के लिए नालंदा की कुमार मृत्युंजय कंस्ट्रक्शन कंपनी को इसका ठेका दिया गया था. कार्य पूरा होने के बाद विभाग के जरिए थर्ड पार्टी से जांच कराई गई. जांच में पाया गया कि निर्मित सीढ़ियां टूटी हुई हैं और निर्माण में खराब मेटेरियल का प्रयोग किया गया है. इसकी रिपोर्ट विभाग को भेजी गई. विभाग के जरिए डीएम को जिलास्तरीय पदाधिकारियों की टीम से दोबारा जांच कराने के साथ ही कॉन्ट्रेक्ट और कार्यपालक के खिलाफ एफआईआर करने का आदेश दिया गया. जिसके बाद आगे की कार्रवाई की गई. आदेश प्राप्त होने के बाद डीएम की ओर से जिलास्तरीय टीम गठित की गई. टीम में वरीय उपसमाहर्ता विनोद आनंद सहित अन्य पदाधिकारी शामिल थे.

जानकारी देते एसपी दिलनवाज अहमद

गिरफ्तारी का आदेश जारी
जांच में जिलास्तरीय टीम ने भी सीढ़ी निर्माण में अनियमितता पाई. जिसके बाद लघु सिंचाई विभाग के प्रभारी कार्यपालक अभियंता उमाशंकर कुमार की ओर से कॉन्ट्रेक्ट मृत्युंजय कुमार और कार्यपालक अभियंता अजय कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई. पुलिस ने भी जांच में दोनों को दोषी पाया. जिसके बाद भभुआ एसडीपीओ अजय प्रसाद ने गिरफ्तारी का आदेश जारी कर दिया. फिलहाल पुलिस दोनों की तलाश में जुट गई है. एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. गिरफ्तारी के आदेश जारी कर दिए गए हैं. पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.

Intro:कैमूर। जिले के चांद थाना अंतर्गत दीवाने गांव में तालाब के जीणोद्धार और सीढ़ी बनाने के बड़े पैमाने पर अनियमितता पाई गई हैं। जिसके बाद लघु सिंचाई विभाग के कार्यपालक अजय कुमार और संवेदक मृत्युंजय कुमार के खिलाफ चांद थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई हैं। एफआईआर लघु सिंचाई विभाग के प्रभारी कार्यपालक अभियंता उमाशंकर द्वारा दर्ज कराई गई हैं। यही नही कॉन्ट्रैक्ट और कार्यपालक के खिलाफ गिरफ्तार का आदेश भी जारी कर दिया गया हैं।


Body:क्या हैं मामला चांद प्रखंड के दीवाने गांव में 80 लाख रुपये की लागत से तालाब की सीढ़ी बनाने और जीणोद्धार के लिए कॉन्ट्रेक्ट कुमार मृत्युंजय कंस्ट्रक्शन कंपनी, नई सराय , नालंदा को दिया गया था। कार्य पूरा होने के बाद विभाग द्वारा थर्ड पार्टी से जांच कराई गई। जांच में पाया गया कि निर्मित सीढियां टूटी हुई हैं और निर्माण में खराब मटेरियल का प्रयोग किया गया हैं। जांच की रिपोर्ट विभाग को भेजी गई। विभाग द्वारा दोबारा डीएम को जिलास्तरीय पदाधिकारियों की टीम से जांच कराने के साथ साथ कॉन्ट्रेक्ट और कार्यपालक के खिलाफ एफआईआर करने का आदेश दिया गया। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की गई। जिलास्तरीय टीम ने भी पाई थी गड़बड़ी विभाग से आदेश प्राप्त होने के बाद डीएम द्वारा जिलास्तरीय टीम गठित की गई। टीम में वरीय उपसमाहर्ता विनोद आनंद सहित अन्य पदाधिकारी शामिल थे। जांच में जिलास्तरीय टीम ने भी पाया कि सीढ़ी निर्माण में अनियमितता पाई। जारी किया गया गिरफ्तारी का आदेश लघु सिंचाई विभाग के प्रभारी कार्यपालक अभियंता उमाशंकर कुमार द्वारा कॉन्ट्रेक्ट मृत्युंजय कुमार और कार्यपालक अभियंता अजय कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया। पुलिस ने भी जांच में दोनों को दोषी पाया जिसके बाद भभुआ एसडीपीओ अजय प्रसाद ने गिरफ्तारी का आदेश जारी कर दिया। फिलहाल पुलिस को दोनों की तलाश हैं। एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। गिरफ्तारी के आदेश में जारी कर दी गई हैं। पूरा मामला निर्माण को लेकर हैं। 80 लाख रुपये का कॉन्ट्रेक्ट था। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही हैं।


Conclusion:
Last Updated : Oct 21, 2019, 3:50 PM IST
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