कैमूर: जिले के चांद थाना क्षेत्र के दीवाने गांव में तालाब के जीणोद्धार और सीढ़ी बनाने में बड़े पैमाने पर अनियमितता पाई गई है. इस मामले में लघु सिंचाई विभाग के प्रभारी कार्यपालक अभियंता उमाशंकर ने लघु सिंचाई विभाग के कार्यपालक अजय कुमार और संवेदक मृत्युंजय कुमार के खिलाफ चांद थाने में एफआईआर दर्ज करा दी है. वहीं, एसडीपीओ ने दोनों आरोपियों को जांच में दोषी पाने के बाद गिरफ्तारी के आदेश दे दिए हैं.
जानकारी के अनुसार, चांद प्रखंड के दीवाने गांव में 80 लाख रुपये की लागत से तालाब के जीणोद्धार और सीढ़ी बनाने के लिए नालंदा की कुमार मृत्युंजय कंस्ट्रक्शन कंपनी को इसका ठेका दिया गया था. कार्य पूरा होने के बाद विभाग के जरिए थर्ड पार्टी से जांच कराई गई. जांच में पाया गया कि निर्मित सीढ़ियां टूटी हुई हैं और निर्माण में खराब मेटेरियल का प्रयोग किया गया है. इसकी रिपोर्ट विभाग को भेजी गई. विभाग के जरिए डीएम को जिलास्तरीय पदाधिकारियों की टीम से दोबारा जांच कराने के साथ ही कॉन्ट्रेक्ट और कार्यपालक के खिलाफ एफआईआर करने का आदेश दिया गया. जिसके बाद आगे की कार्रवाई की गई. आदेश प्राप्त होने के बाद डीएम की ओर से जिलास्तरीय टीम गठित की गई. टीम में वरीय उपसमाहर्ता विनोद आनंद सहित अन्य पदाधिकारी शामिल थे.
गिरफ्तारी का आदेश जारी
जांच में जिलास्तरीय टीम ने भी सीढ़ी निर्माण में अनियमितता पाई. जिसके बाद लघु सिंचाई विभाग के प्रभारी कार्यपालक अभियंता उमाशंकर कुमार की ओर से कॉन्ट्रेक्ट मृत्युंजय कुमार और कार्यपालक अभियंता अजय कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई. पुलिस ने भी जांच में दोनों को दोषी पाया. जिसके बाद भभुआ एसडीपीओ अजय प्रसाद ने गिरफ्तारी का आदेश जारी कर दिया. फिलहाल पुलिस दोनों की तलाश में जुट गई है. एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. गिरफ्तारी के आदेश जारी कर दिए गए हैं. पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.