कैमूर: राजस्थान में हुए दलित छात्र की मौत के विरोध में बिहार के कैमूर में महादलित समाज के लोगों ने कैंडल मार्च निकाला (Candle March In Kaimur) है. सैकड़ों के तादाद में सड़क पर कैंडल मार्च निकालकर राजस्थान सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बच्चे के माता-पिता को इंसाफ दिलाने की लगाई है. बताएं कि दलित छात्र इंद्र मेघवाल को पिटाई के कारण मौत हो गई थी.
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कैमूर में निकाला गया कैंडल मार्च: दरअसल, यह मामला राजस्थान के जालोर जिले के सुराणा गांव के सरस्वती विद्यालय का है. जहां स्कूल के शिक्षक छैल सिंह पर मटके में रखे हुए पानी को दलित बच्चे के द्वारा छू देने के बाद उसे जान से मार देने का आरोप है. बताया जाता है कि शिक्षक ने तीसरी कक्षा के दलित छात्र इंद्र मेघवाल को सिर्फ मटकी छू देने की वजह से मार डाला. गंभीर रुप से घायल होने के बाद 13 अगस्त को इंद्र मेघवाल की मौत हो गई. नाबालिग के साथ मारपीट की घटना बीते 20 जुलाई की बताई जा रही है.
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नाराज विधायक ने दिया था इस्तीफा: वहीं इस मामले को जातीय भेदभाव की नजरों से देखने के बाद देश की राजनीति गरमा गई है. दलितों के साथ हो रहे अत्याचार से आहत होकर कांग्रेस विधायक पानाचंद मेघवाल ने मुख्यमंत्री और विधानसभाध्यक्ष को इस्तीफा भेज दिया था.
'राजस्थान में हुए दलित बच्चे की निर्मम हत्या जिसने भी की है उसे जब तक फांसी की सजा नहीं मिलेगी तब तक ऐसा मार्च नहीं रुकने वाला है. जरुरत होने पर यह मार्च राजस्थान के तरफ बढ़ेगी. उस छोटे से बच्चे की गलती क्या थी कि उसकी निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई'- जॉनी आर्या, पूर्व चेयरमैन, भभुआ