कैमूर(भभुआ) : कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड के मेढ़ गांव के रामचन्द्र राम नाम के एक महादलित व्यक्ति की अपराधियों ने राम जानकी मंदिर ट्रस्ट की जमीन के मामले में डंडे और रॉड से पीट कर हत्या कर दी थी. इस मामले में मृतक रामचन्द्र के परिजनों ने दुबे के सरैंया गांव के पांच लोगों को नामजद कर चैनपुर थाना में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसे लेकर, बसपा के सैकड़ों लोगों ने जिला मुख्यालय के लिच्छवी भवन के पास धरना-प्रदर्शन किया (Protest against the killing of Mahadalit in Kaimur)और जिला प्रशासन से दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की.
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नामजद आवेदन के बाद भी अभी तक नहीं हुई कार्रवाई : बसपा के जिलाध्यक्ष सुधीर कुमार ने बताया कि आए दिन जिले में ही नहीं राज्य में दलितों की हत्याएं हो रही हैं. ताजा मामला मेढ़ गांव का है जहां यहां के निवासी रामचन्द्र राम को कोर्ट की तारीख पर जाने के दौरान अपराधियों ने लाठी,रॉड से पीटकर और गोली मारकर हत्या कर दी. परिजनों की ओर से चैनपुर थाना में नामजद आवेदन देने के बाद भी अभी तक जिला प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की है.
हत्यारों को सजा नहीं हुई तो होगा पूरे राज्य में आंदोलन : बसपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि इसी के विरोध में हम लोगों प्रदर्शन किया है, और इस प्रदर्शन के माध्यम से जिला प्रशासन और बिहार सरकार से यह मांग करते हैं कि रामचंद्र राम की हत्या करने वाले दोषियों को गिरफ्तार कर फांसी की सजा सुनाई जाय, क्योंकि आए दिन दलितों और गरीबों के हत्याएं हो रही हैं, लेकिन हत्यारे बच जा रहे हैं. अगर हत्यारों को सजा नहीं हुई तो हम लोग विवश होकर महादलित समाज के लोग पूरे राज्य में बड़ा आंदोलन करेंगे.
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