भभुआः सिविल कोर्ट भभुआ में जैसे ही पुलिस ने एक आरोपी को पेश किया उसकी तबियत अचानक खराब हो गई और अचानक उसे पैरालिसिस अटैक हो गया. इसके बाद आनन-फानन में उसे सदर अस्पताल लाया गया, जहां से उसे वाराणसी रेफर कर दिया गया.
बताया जाता है कि जिले के चांद थाना क्षेत्र आइलाय गांव के कमलेश सिंह का विवाद नाली निर्माण को लेकर गांव के कुछ लोगों से हुआ था. इसमें दूसरे पक्ष के लोगों ने उन पर मारपीट और जानलेवा हमले का आरोप लगाया. आरोप के आवेदन के आलोक में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. परिजनों ने कमलेश सिंह की तबियत खराब होने की बात कही और अस्पताल ले जाने का आग्रह किया.
पहले से बीमार था आरोपी
पुलिस कमलेश सिंह को गिरफ्तार कर चांद पीएचसी ले गई. जहां से उन्हें ईलाज के लिए भभुआ रेफर कर दिया गया. लेकिन पुलिस ने उन्हें भर्ती नहीं किया. पुलिस ने रिमांड के आलोक में उन्हें कोर्ट में पेश किया. पेशी से पहले ही कोर्ट परिसर में कमलेश सिंह की तबियत अचानक बहुत खराब हो गई, जिसके बाद उन्हें दोबारा सदर अस्पताल लाया गया, जहां से उनकी स्तिथ को गंभीर देखते हुए वाराणसी तुरंत रेफेर कर दिया गया.
परिजनों का क्या है कहना
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने डॉक्टर की बात नहीं मानी और भर्ती करने के बदले उन्हें जबरन कोर्ट ले गई, जिसके बाद कोर्ट परिसर में ही कमलेश सिंह को पैरालिसिस अटैक हो गया. परिजनों ने पुलिस पर पैसा लेकर कार्रवाई करने का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि पुलिस पर भी कार्रवाई होनी चाहिए. इस दौरान परिजनों ने सदर अस्पताल में जमकर हंगामा किया और कहा कि अगर कमलेश सिंह को कुछ होता है, तो इसकी जिम्मेवार पुलिस होगी.