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जहानाबाद सदर अस्पताल में बच्चे की मौत के बाद जमकर हुआ बवाल, बोले डॉक्टर- पहले ही जा चुकी थी जान - जहानाबाद सदर अस्पताल में बच्चे की मौत

जहानाबाद सदर अस्पताल में 10 साल के बच्चे की मौत से आक्रोशित परिजनों ने हंगामा (Uproar in Jehanabad sadar Hospital ) किया. इस दौरान उन्होंने चिकित्सकों पर इलाज पर बच्चे का इलाज न करने का आरोप लगाया है. पढ़ें पूरी खबर..

Uproar in Jehanabad sadar Hospital
Uproar in Jehanabad sadar Hospital
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Published : Apr 8, 2022, 3:01 PM IST

जहानाबाद: जिले के सदर अस्पताल (Child dies in Jehanabad Sadar Hospital) में मृतक के परिजनों ने जमकर तोड़फोड़ और हंगामा किया. बताया जाता है कि महमदपुर छठ घाट में नहाने के क्रम में 10 साल का बच्चा साहिल कुमार डूब (Death by Drowning in Jehanabad ) गया था. उसके बाद परिजनों ने बच्चे को सदर अस्पताल जहानाबाद में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

पढ़ें- जहानाबाद: सदर अस्पताल में दवाईयों की किल्लत, मरीज बाहरी दुकानों से खरीदने को मजबूर

डूबने से बच्चे की मौत: इस हंगामे से अस्पताल में अफरा तफरी का माहौल कायम हो गया. घटना की सूचना नगर थाने के पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से मामला शांत कराया. बताया जाता है कि बैना गांव निवासी राजेश ठाकुर के पुत्र अपने ननिहाल परस बीघा थाना क्षेत्र के मेहंदीचक गया था. लेकिन छठ के दौरान तालाब में नहाने के क्रम में पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई.

डॉक्टर का बयान: वहीं डॉक्टर का कहना है कि अस्पताल लाने से पहले ही बच्चे की मौत हो चुकी थी. जब परिजनों को बच्चे की मौत की सूचना दी गई तो वे शव के साथ अस्पताल से बाहर चले गए. थोड़ी देर बाद 10-12 की संख्या में लोग अस्पताल में पहुंचे और तोड़फोड़ करने लगे. आक्रोशित परिजनों का आरोप था कि डॉक्टर बच्चे का इलाज नहीं कर रहे हैं. लेकिन बच्चे की मौत अस्पताल लाने से पहले ही हो गयी थी. इसलिए इलाज की कोई संभावना नहीं बची थी.

अस्पताल में हंगामा और तोड़फोड़: बच्चे की मौत की बात सुनते ही परिजन अपना आपा खो बैठे. आक्रोशित लोगों ने अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ एवं स्वास्थ्य कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया है. कर्मियों का कहना है कि किसी तरह से उन्होंने अपनी जान बचायी है, नहीं तो जिस तरह से अस्पताल परिसर में मृतक के परिजन हंगामा कर रहे थे कोई बड़ी अप्रिय घटना भी हो सकती थी. समय रहते घटनास्थल पर पुलिस के पहुंच जाने के कारण मामला शांत हो सका.

मामले की जांच जारी: पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी. लेकिन जहानाबाद सदर अस्पताल के डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप अक्सर लगते रहता है. यही कारण है कि डीएम ने 3 वरीय पदाधिकारियों की एक टीम बनायी है जो अस्पताल का निरीक्षण करते रहते हैं.

पढ़ें- पुलिस की लापरवाही के कारण छपरा सदर अस्पताल से कैदी फरार, टूटे हुए ग्रिल का फायदा उठाकर भागा

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जहानाबाद: जिले के सदर अस्पताल (Child dies in Jehanabad Sadar Hospital) में मृतक के परिजनों ने जमकर तोड़फोड़ और हंगामा किया. बताया जाता है कि महमदपुर छठ घाट में नहाने के क्रम में 10 साल का बच्चा साहिल कुमार डूब (Death by Drowning in Jehanabad ) गया था. उसके बाद परिजनों ने बच्चे को सदर अस्पताल जहानाबाद में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

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डूबने से बच्चे की मौत: इस हंगामे से अस्पताल में अफरा तफरी का माहौल कायम हो गया. घटना की सूचना नगर थाने के पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से मामला शांत कराया. बताया जाता है कि बैना गांव निवासी राजेश ठाकुर के पुत्र अपने ननिहाल परस बीघा थाना क्षेत्र के मेहंदीचक गया था. लेकिन छठ के दौरान तालाब में नहाने के क्रम में पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई.

डॉक्टर का बयान: वहीं डॉक्टर का कहना है कि अस्पताल लाने से पहले ही बच्चे की मौत हो चुकी थी. जब परिजनों को बच्चे की मौत की सूचना दी गई तो वे शव के साथ अस्पताल से बाहर चले गए. थोड़ी देर बाद 10-12 की संख्या में लोग अस्पताल में पहुंचे और तोड़फोड़ करने लगे. आक्रोशित परिजनों का आरोप था कि डॉक्टर बच्चे का इलाज नहीं कर रहे हैं. लेकिन बच्चे की मौत अस्पताल लाने से पहले ही हो गयी थी. इसलिए इलाज की कोई संभावना नहीं बची थी.

अस्पताल में हंगामा और तोड़फोड़: बच्चे की मौत की बात सुनते ही परिजन अपना आपा खो बैठे. आक्रोशित लोगों ने अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ एवं स्वास्थ्य कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया है. कर्मियों का कहना है कि किसी तरह से उन्होंने अपनी जान बचायी है, नहीं तो जिस तरह से अस्पताल परिसर में मृतक के परिजन हंगामा कर रहे थे कोई बड़ी अप्रिय घटना भी हो सकती थी. समय रहते घटनास्थल पर पुलिस के पहुंच जाने के कारण मामला शांत हो सका.

मामले की जांच जारी: पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी. लेकिन जहानाबाद सदर अस्पताल के डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप अक्सर लगते रहता है. यही कारण है कि डीएम ने 3 वरीय पदाधिकारियों की एक टीम बनायी है जो अस्पताल का निरीक्षण करते रहते हैं.

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