जहानाबाद: गुरुवार को एक निजी कार्यक्रम में जहानाबाद पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन ने परिसदन में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए वर्तमान सरकार पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में बिहार सरकार बोरा छाप सरकार बनी हुई है. यहां के स्कूलों में बच्चों के पढ़ने के लिए बेंच और टीचर्स के बैठने के लिए कुर्सियां उपलब्ध नहीं है.
'तुगलकी फरमान से बच्चों का भविष्य नहीं सुधरेगा'- शाहनवाज: बिहार के सरकारी स्कूलों की छुट्टी में कटौती किए जाने पर शाहनवाज हुसैन ने कहा कि स्कूलों में पढ़ने पर कम फोकस है. क्लास रूम में बेंच नहीं होने के चलते बोरा पर बच्चे बैठने को मजबूर हैं. ये बोरा छाप सरकार है. पहले क्लास रूम, टीचर दीजिए. नीतीश कुमार कहते हैं कि साइकिल दिए,ड्रेस दिए लेकिन सर्व शिक्षा अभियान के तहत इसके लिए भारत सरकार से पैसे आते हैं.
"आपको (नीतीश कुमार) तो बांटना ही कौन सा एहसान किए. स्कूल में कमरा, बेंच,टीचर नहीं है और सिर्फ सरकार फरमान निकाला जा रहा है. तुगलकी फरमान से बच्चों का भविष्य नहीं सुधरेगा. हम भी चाहते हैं बच्चे और शिक्षक स्कूल समय पर आएं. इसका मतलब ये नहीं कि शिक्षक को बंधुआ गुलाम बनाया जाए."- शाहनवाज हुसैन,पूर्व केंद्रीय मंत्री
'बिहार को टुकड़ों टुकड़ों में बंटने नहीं देंगे': वही बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के द्वारा जारी आगामी वर्ष के कलेंडर में विद्यालयों में छुट्टी को लेकर पूछे जाने पर पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन ने बताया कि वर्तमान सरकार हिन्दू के लिए अलग मुस्लिम के लिए अलग अलग कैलेंडर छुट्टियों का जारी कर रही है. बिहार सरकार लोगों को अलग-अलग टुकड़ों में बांटना चाह रही है लेकिन हम बिहार के लोगों को टुकड़ों टुकड़ों में बंटने नहीं देंगे. इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन के साथ जहानाबाद जिले के भाजपा जिला अध्यक्ष अजय कुमार देव समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे.
क्या है मामलाः दरअसल, 28 नवंबर को बिहार शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों के लिए छुट्टी का कैलेंडर जारी किया है. उर्दू स्कूल और सामान्य स्कूल के लिए अलग अलग इस बार कैलेंडर जारी किया गया है. इसको लेकर बिहार में विरोध हो रहा है. विपक्ष का आरोप है कि हिन्दूओं के त्योहारों में छुट्टी में कटौती की गई है. इस तरह का नियम जारी होने के बाद नीतीश सरकार पर सवाल उठने लगे हैं.