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Bihar Education News : जहानाबाद में 690 हेडमास्टरों का वेतन बंद, शिक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई.. सभी प्रखंड के BEO की सैलरी पर भी रोक

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 20, 2023, 3:25 PM IST

शिक्षा विभाग ने जहानाबाद में बड़ी कार्रवाई की है. जिन 690 विद्यालयों ने डीबीटी में डाटा इंड्री के लिए अभी तक पोर्टल खोलकर नहीं देखा, उसके हेडमास्टरों की सैलेरी रोक दी गई है. इसके साथ ही तमाम बीईओ के वेतन को भी रोका गया गया है.

जहानाबाद न्यूज
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जहानाबाद: बिहार के जहानाबाद में 690 हेडमास्टर का वेतन रोक दिया गया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने इस संबंध में आदेश जारी किया है. पत्रांक 2628 में यह निर्देश दिया गया है कि जिले के 690 विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा छात्र एवं छात्राओं का डीबीटी नहीं कराया गया है. इसके कारण सभी का वेतन स्थापित किया जाता है. जब तक छात्र एवं छात्राओं का डीबीटी नहीं कराया जाएगा, तब तक इनका वेतन बंद रहेगा.

ये भी पढ़ें: KK Pathak की सख्ती से बड़ा घोटाला उजागर, पश्चिम चंपारण में सबसे अधिक छात्रों का नामांकन रद्द

बीईओ समेत 690 हेडमास्टर का वेतन रुका: दरअसल, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में इस बात का उल्लेख हुआ कि जिले के विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा डीबीटी के कार्य में रुचि नहीं ले रहे हैं. जिसके कारण उनका वेतन स्थापित किया जा रहा है. साथ ही जिला शिक्षा पदाधिकारी जिले के सात प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को भी वेतन बंद करने का निर्देश दिया है.

केके पाठक ने जताई नाराजगी: 18 सितंबर को मामला सामने आने के बाद केके पाठक ने इन स्कूलों के हेडमास्टरों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के अंदर डाटा पूरा करने का निर्देश दिया. अपर मुख्य सचिव के निर्देश के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी रोशन आरा ने 690 स्कूलों के हेडमास्टर की सैलेरी रोक दी है.

कार्रवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप: पत्र में उल्लेख किया है कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी भी इस कार्य में रुचि नहीं लेने के करण उनका वेतन भी अगले आदेश तक बंद किया जाता है. इसके बाद शिक्षकों में जैसे ही जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा पत्र निकाला गया, शिक्षकों में हड़कंप मच गया.

जहानाबाद: बिहार के जहानाबाद में 690 हेडमास्टर का वेतन रोक दिया गया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने इस संबंध में आदेश जारी किया है. पत्रांक 2628 में यह निर्देश दिया गया है कि जिले के 690 विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा छात्र एवं छात्राओं का डीबीटी नहीं कराया गया है. इसके कारण सभी का वेतन स्थापित किया जाता है. जब तक छात्र एवं छात्राओं का डीबीटी नहीं कराया जाएगा, तब तक इनका वेतन बंद रहेगा.

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बीईओ समेत 690 हेडमास्टर का वेतन रुका: दरअसल, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में इस बात का उल्लेख हुआ कि जिले के विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा डीबीटी के कार्य में रुचि नहीं ले रहे हैं. जिसके कारण उनका वेतन स्थापित किया जा रहा है. साथ ही जिला शिक्षा पदाधिकारी जिले के सात प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को भी वेतन बंद करने का निर्देश दिया है.

केके पाठक ने जताई नाराजगी: 18 सितंबर को मामला सामने आने के बाद केके पाठक ने इन स्कूलों के हेडमास्टरों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के अंदर डाटा पूरा करने का निर्देश दिया. अपर मुख्य सचिव के निर्देश के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी रोशन आरा ने 690 स्कूलों के हेडमास्टर की सैलेरी रोक दी है.

कार्रवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप: पत्र में उल्लेख किया है कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी भी इस कार्य में रुचि नहीं लेने के करण उनका वेतन भी अगले आदेश तक बंद किया जाता है. इसके बाद शिक्षकों में जैसे ही जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा पत्र निकाला गया, शिक्षकों में हड़कंप मच गया.

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