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जहानाबाद में सरकारी एएनएम के अवैध नर्सिंग होम पर पड़ा छापा

जहानाबाद के काको में ओकरी स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित एएनएम रेणु कुमारी के अवैध नर्सिंग होम पर छापेमारी हुई और वहां से दो गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य केंद्र ले जाकर सुरक्षित प्रसव कराया गया. अब एएनएम के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.

जहानाबाद में सरकारी एएनएम के अवैध नर्सिंग होम पर पड़ा छापा
जहानाबाद में सरकारी एएनएम के अवैध नर्सिंग होम पर पड़ा छापा
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Published : Sep 7, 2022, 3:58 PM IST

जहानाबाद : जिला प्रशासन अवैध नर्सिंग होम बंद कराने का दावा कर रहा है लेकिन काको में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Community Health Center in Kako) की नाक के नीचे वर्षों से अवैध रूप से नर्सिंग होम (illegal nursing home)का संचालन हो रहा है. इसे कोई और नहीं बल्कि कई वर्षों तक काको में पदस्थापित रही और अभी ओकरी स्वास्थ्य केंद्र में काम कर रही एएनएम रेणु कुमारी संचालित कर रही है.

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पीड़ा से तड़प रही महिलाओं के लिए नहीं थी कोई सुविधा : मरीज के किसी परिजन से अनबन होने के बाद उसने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र काको के स्वास्थ्य प्रबंधक लाल बाबू सिंह को इसकी सूचना दी. जिसके बाद आनन- फानन में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शिवकुमार प्रसाद और सुरक्षा गार्ड के साथ अस्पताल से महज़ 100 मीटर की दूरी पर स्थित एएनएम के अवैध नर्सिंग होम पर छापेमारी की गई. दो गर्भवती और कुछ अन्य मरीज़ मिले, जिनमें दो गर्भवती महिलाएं प्रसव पीड़ा से कराह रही थीं और उनके लिए कोई संसाधन भी उपलब्ध नहीं था, उन्हें तत्काल एम्बुलेंस के जरिये अस्पताल भेजा गया और घंटे भर बाद दोनों का सफल प्रसव हुआ.

दोनों को स्वास्थ्य केंद्र से ही झांसा देकर ले गए थे दलाल : सूत्रों की मानें तो इन दोनों महिलाओं को दलाल के जरिये स्वास्थ्य केंद्र से ही सुरक्षित और कम खर्च में प्रसव का झांसा देकर ले जाया गया था. ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है. करीब तीन माह पूर्व स्वास्थ्य केंद्र में ही कार्यरत एक एएनएम पूनम कुमारी प्रसव का झांसा देकर स्वास्थ्य केंद्र से अपने अवैध नर्सिंग होम में ले गई थी. जहां अत्यधिक रक्तस्राव के कारण महिला की मौत हो गई थी. इस गंभीर मामले की जानकारी होने के बावजूद भी अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई.वह एएनएम आज भी चंदौरा में कार्यरत है, जिसकी वजह से अवैध नर्सिंग होम का संचालन करने वालों का हौसला बुलंद है.

जिले में हैं ऐसे सैकड़ों अवैध नर्सिंग होम : सही ढंग से जांच हो तो जिले में सैकड़ों ऐसे अवैध नर्सिंग होम स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों की मिलीभगत से चल रहे हैं. उनके संचालन में किसी न किसी तरीके से एएनएम की संलिप्तता है और जिले के स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी सब कुछ जानकर भी मूक दर्शक बने हैं.ऐसे में सवाल उठता है कि जब सरकार से मोटी सैलरी पाने वाली सरकारी एएनएम ही पैसों के लिए मरीज़ों के जान की दुश्मन बनी बैठी हैं तो उनके स्तर से अस्पताल में इलाज का भरोसा कोई करे भी तो कैसे ?

"हम लोगों को पता चला कि एएनएम रेणु कुमारी हैं जो अवैध रूप से वहां प्रसव कराती हैं, उनके पास कोई संसाधन भी नहीं है जिससे सुरक्षित प्रसव कराया जा सके. दो महिलाओं को वहां से लाकर सुरक्षित प्रसव कराया गया. छापेमारी के दौरान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी भी उपस्थित थे. उनके द्वारा आगे की कार्रवाई की जाएगी. इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी जाएगी." - लालबाबू सिंह, स्वास्थ प्रबंधक, काको प्रखंड

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जहानाबाद : जिला प्रशासन अवैध नर्सिंग होम बंद कराने का दावा कर रहा है लेकिन काको में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Community Health Center in Kako) की नाक के नीचे वर्षों से अवैध रूप से नर्सिंग होम (illegal nursing home)का संचालन हो रहा है. इसे कोई और नहीं बल्कि कई वर्षों तक काको में पदस्थापित रही और अभी ओकरी स्वास्थ्य केंद्र में काम कर रही एएनएम रेणु कुमारी संचालित कर रही है.

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पीड़ा से तड़प रही महिलाओं के लिए नहीं थी कोई सुविधा : मरीज के किसी परिजन से अनबन होने के बाद उसने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र काको के स्वास्थ्य प्रबंधक लाल बाबू सिंह को इसकी सूचना दी. जिसके बाद आनन- फानन में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शिवकुमार प्रसाद और सुरक्षा गार्ड के साथ अस्पताल से महज़ 100 मीटर की दूरी पर स्थित एएनएम के अवैध नर्सिंग होम पर छापेमारी की गई. दो गर्भवती और कुछ अन्य मरीज़ मिले, जिनमें दो गर्भवती महिलाएं प्रसव पीड़ा से कराह रही थीं और उनके लिए कोई संसाधन भी उपलब्ध नहीं था, उन्हें तत्काल एम्बुलेंस के जरिये अस्पताल भेजा गया और घंटे भर बाद दोनों का सफल प्रसव हुआ.

दोनों को स्वास्थ्य केंद्र से ही झांसा देकर ले गए थे दलाल : सूत्रों की मानें तो इन दोनों महिलाओं को दलाल के जरिये स्वास्थ्य केंद्र से ही सुरक्षित और कम खर्च में प्रसव का झांसा देकर ले जाया गया था. ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है. करीब तीन माह पूर्व स्वास्थ्य केंद्र में ही कार्यरत एक एएनएम पूनम कुमारी प्रसव का झांसा देकर स्वास्थ्य केंद्र से अपने अवैध नर्सिंग होम में ले गई थी. जहां अत्यधिक रक्तस्राव के कारण महिला की मौत हो गई थी. इस गंभीर मामले की जानकारी होने के बावजूद भी अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई.वह एएनएम आज भी चंदौरा में कार्यरत है, जिसकी वजह से अवैध नर्सिंग होम का संचालन करने वालों का हौसला बुलंद है.

जिले में हैं ऐसे सैकड़ों अवैध नर्सिंग होम : सही ढंग से जांच हो तो जिले में सैकड़ों ऐसे अवैध नर्सिंग होम स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों की मिलीभगत से चल रहे हैं. उनके संचालन में किसी न किसी तरीके से एएनएम की संलिप्तता है और जिले के स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी सब कुछ जानकर भी मूक दर्शक बने हैं.ऐसे में सवाल उठता है कि जब सरकार से मोटी सैलरी पाने वाली सरकारी एएनएम ही पैसों के लिए मरीज़ों के जान की दुश्मन बनी बैठी हैं तो उनके स्तर से अस्पताल में इलाज का भरोसा कोई करे भी तो कैसे ?

"हम लोगों को पता चला कि एएनएम रेणु कुमारी हैं जो अवैध रूप से वहां प्रसव कराती हैं, उनके पास कोई संसाधन भी नहीं है जिससे सुरक्षित प्रसव कराया जा सके. दो महिलाओं को वहां से लाकर सुरक्षित प्रसव कराया गया. छापेमारी के दौरान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी भी उपस्थित थे. उनके द्वारा आगे की कार्रवाई की जाएगी. इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी जाएगी." - लालबाबू सिंह, स्वास्थ प्रबंधक, काको प्रखंड

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