ETV Bharat / state

जहानाबादः सदर अस्पताल की बदहाली को लेकर कांग्रेस का धरना, CS और DM को सौंपा ज्ञापन - जहानाबाद में स्वास्थ्य सेवाएं

सदर अस्पताल की बदहाल अवस्था को लेकर जिला कांग्रेस इकाई ने सिविल सर्जन के कार्यालय के बाहर धरना दिया. जिसमें दर्जनों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया.

jehanabad
jehanabad
author img

By

Published : Mar 14, 2020, 11:11 AM IST

जहानाबाद: जिला कांग्रेस इकाई ने सदर अस्पताल की बदहाली को लेकर जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना दिया. सिविल सर्जन के कार्यालय के बाहर हो रहे इस धरना में दर्जनों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया.

CS और DM को सौंपा ज्ञापन
कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरिहरन त्रिवेदी ने कहा कि सदर अस्पाल में मरीजों के लिए सुविधाएं दुरुस्त करने की मांग को लेकर यह धरना आयोजित की गई है. उन्होंने कहा कि पार्टी ने अपनी मांगों का ज्ञापन सिविल सर्जन और जिलाधिकारियों को सौंपा गया है. यदि समय रहते सुविधा दुरुस्त नहीं की गई तो धारदार अंदोलन की जाएगी.

अस्पताल का लिया था जायजा
हरिहरन त्रिवेदी ने कहा कि पार्टी नेताओं ने एक सप्ताह पहले अस्पताल का जायजा लिया था. जिसमें कई खामियां देखने को मिली थी. उन्होंने कहा कि अस्पताल में डॉक्टर के लिए 57 पद सृजित है जबकि फिलहाल मात्र 31 डॉक्टर ही सेवा दे रहे हैं. इसके अलावा यहां 300 बेड की जगह 100 बेड से ही काम चलाया जा रहा है. 7 एंबुलेंस की जगह महज 4 एंबुलेंस ही मरीज के लिए उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा कि भवन इतना जर्जर हो गया है कि कभी भी अप्रिय घटना हो सकती है, लेकिन जिला प्रशासन और सरकार का इसपर कोई ध्यान नहीं है.

जहानाबाद: जिला कांग्रेस इकाई ने सदर अस्पताल की बदहाली को लेकर जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना दिया. सिविल सर्जन के कार्यालय के बाहर हो रहे इस धरना में दर्जनों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया.

CS और DM को सौंपा ज्ञापन
कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरिहरन त्रिवेदी ने कहा कि सदर अस्पाल में मरीजों के लिए सुविधाएं दुरुस्त करने की मांग को लेकर यह धरना आयोजित की गई है. उन्होंने कहा कि पार्टी ने अपनी मांगों का ज्ञापन सिविल सर्जन और जिलाधिकारियों को सौंपा गया है. यदि समय रहते सुविधा दुरुस्त नहीं की गई तो धारदार अंदोलन की जाएगी.

अस्पताल का लिया था जायजा
हरिहरन त्रिवेदी ने कहा कि पार्टी नेताओं ने एक सप्ताह पहले अस्पताल का जायजा लिया था. जिसमें कई खामियां देखने को मिली थी. उन्होंने कहा कि अस्पताल में डॉक्टर के लिए 57 पद सृजित है जबकि फिलहाल मात्र 31 डॉक्टर ही सेवा दे रहे हैं. इसके अलावा यहां 300 बेड की जगह 100 बेड से ही काम चलाया जा रहा है. 7 एंबुलेंस की जगह महज 4 एंबुलेंस ही मरीज के लिए उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा कि भवन इतना जर्जर हो गया है कि कभी भी अप्रिय घटना हो सकती है, लेकिन जिला प्रशासन और सरकार का इसपर कोई ध्यान नहीं है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.