जहानाबादः प्रेम को कभी भी शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. जिन्हें खुद नियती ने मिलाया हो उन्हें कोई कैसे जुदा कर सकता है. जिले में दो नेत्रहीन प्रेमी युगल ने एक दूसरे का दामन थाम कर पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल कायम किया है.
ये कहानी है घोषी प्रखण्ड के सोनवा गांव में रहने वाले मुन्ना कुमार और बोकारो की रहने वाली रीना की. जन्म से ही दोनों नेत्रहीन थे. फिर भी दोनों ने एक साथ पढ़ाई कर बैंक में नौकरी की और आज दाम्पत्य सूत्र मे बंध कर अपनी जिंदगी को रोशन करने के सपने बुन रहे हैं.
दोनों बैंक में कार्यरत
ये शादी देखने में भले ही किसी आम शादी की तरह लगती हो. लेकिन इन दोनों की प्रेम कहानी ने बुलंदियों को छुआ है. मुन्ना पढ़ लिख कर जहां दिल्ली में बैंक ऑफ इंडिया में क्लर्क के पद पर कार्यरत है. वहीं उनकी जीवन संगनी रीना भी नेत्रहीन होने के बावजूद दिल्ली के पंजाब नेशनल बैंक में कार्यरत हैं.
परिवार का भी मिला भरपूर साथ
दोनों पति-पत्नी ने कहा कि शारीरिक रूप से दिव्यांग होने के बावजूद उन्हें अपने घरवालों का पूरा सहयोग मिला है. मुन्ना ने बताया कि रीना के ही बदौलत वो आज बैंक की नौकरी कर रहा है. मुन्ना और रीना की यह प्रेम कहानी उन सभी दिव्यांगो के लिए एक प्रेरनाश्रोत है जो खुद को एक आम इंसान से कम आंकते हैं.