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शादी के बंधन में बंधे नेत्रहीन प्रेमी युगल, दुनिया के लिए बने मिसाल - नेत्रहीन प्रेमी युगल

जन्म से ही दोनों नेत्रहीन थे. फिर भी दोनों ने एक साथ पढ़ाई कर बैंक में नौकरी की और आज दाम्पत्य सूत्र मे बंध कर अपनी जिंदगी को रोशन करने के सपने बुन रहे हैं.

नेत्रहीन प्रेमी युगल
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Published : Apr 19, 2019, 3:24 PM IST

जहानाबादः प्रेम को कभी भी शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. जिन्हें खुद नियती ने मिलाया हो उन्हें कोई कैसे जुदा कर सकता है. जिले में दो नेत्रहीन प्रेमी युगल ने एक दूसरे का दामन थाम कर पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल कायम किया है.

ये कहानी है घोषी प्रखण्ड के सोनवा गांव में रहने वाले मुन्ना कुमार और बोकारो की रहने वाली रीना की. जन्म से ही दोनों नेत्रहीन थे. फिर भी दोनों ने एक साथ पढ़ाई कर बैंक में नौकरी की और आज दाम्पत्य सूत्र मे बंध कर अपनी जिंदगी को रोशन करने के सपने बुन रहे हैं.

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नेत्रहीन प्रेमी युगल की शादी

दोनों बैंक में कार्यरत
ये शादी देखने में भले ही किसी आम शादी की तरह लगती हो. लेकिन इन दोनों की प्रेम कहानी ने बुलंदियों को छुआ है. मुन्ना पढ़ लिख कर जहां दिल्ली में बैंक ऑफ इंडिया में क्लर्क के पद पर कार्यरत है. वहीं उनकी जीवन संगनी रीना भी नेत्रहीन होने के बावजूद दिल्ली के पंजाब नेशनल बैंक में कार्यरत हैं.

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नेत्रहीन प्रेमी युगल की शादी

परिवार का भी मिला भरपूर साथ
दोनों पति-पत्नी ने कहा कि शारीरिक रूप से दिव्यांग होने के बावजूद उन्हें अपने घरवालों का पूरा सहयोग मिला है. मुन्ना ने बताया कि रीना के ही बदौलत वो आज बैंक की नौकरी कर रहा है. मुन्ना और रीना की यह प्रेम कहानी उन सभी दिव्यांगो के लिए एक प्रेरनाश्रोत है जो खुद को एक आम इंसान से कम आंकते हैं.

जहानाबादः प्रेम को कभी भी शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. जिन्हें खुद नियती ने मिलाया हो उन्हें कोई कैसे जुदा कर सकता है. जिले में दो नेत्रहीन प्रेमी युगल ने एक दूसरे का दामन थाम कर पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल कायम किया है.

ये कहानी है घोषी प्रखण्ड के सोनवा गांव में रहने वाले मुन्ना कुमार और बोकारो की रहने वाली रीना की. जन्म से ही दोनों नेत्रहीन थे. फिर भी दोनों ने एक साथ पढ़ाई कर बैंक में नौकरी की और आज दाम्पत्य सूत्र मे बंध कर अपनी जिंदगी को रोशन करने के सपने बुन रहे हैं.

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नेत्रहीन प्रेमी युगल की शादी

दोनों बैंक में कार्यरत
ये शादी देखने में भले ही किसी आम शादी की तरह लगती हो. लेकिन इन दोनों की प्रेम कहानी ने बुलंदियों को छुआ है. मुन्ना पढ़ लिख कर जहां दिल्ली में बैंक ऑफ इंडिया में क्लर्क के पद पर कार्यरत है. वहीं उनकी जीवन संगनी रीना भी नेत्रहीन होने के बावजूद दिल्ली के पंजाब नेशनल बैंक में कार्यरत हैं.

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नेत्रहीन प्रेमी युगल की शादी

परिवार का भी मिला भरपूर साथ
दोनों पति-पत्नी ने कहा कि शारीरिक रूप से दिव्यांग होने के बावजूद उन्हें अपने घरवालों का पूरा सहयोग मिला है. मुन्ना ने बताया कि रीना के ही बदौलत वो आज बैंक की नौकरी कर रहा है. मुन्ना और रीना की यह प्रेम कहानी उन सभी दिव्यांगो के लिए एक प्रेरनाश्रोत है जो खुद को एक आम इंसान से कम आंकते हैं.


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तमाम चुनौतियो को पार कर शादी के बंधन में बंधे नेत्रहीन प्रेमी युगल, पूरे दुनिया के लिए बने मिसाल


जहानाबाद । कहते है कि जोड़ियां रब के घर से बन कर आती है और जिनहे खुद नियती ने मिलाया हो उन्हे कोई जुदा नहीं कर सकता । ऐसा ही एक वाक्या जहानाबाद के घोषी प्रखण्ड के सोनवा गांव में देखने को मिला जहां दो नेत्रहीन प्रेमी युगल ने एक दूसरे का दामन थाम कर पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल पेश किया है । हम बात कर रहे है जहानाबाद जिले के सोनवा गांव के रहने वाले मुन्ना कुमार और बोकारो की रहने वाली रीना की। जन्म से ही दोनो मुन्ना और रीना नेत्रहीन थे । फिर भी दोनो ने एक साथ पढ़ाई कर बैंकों में नौकरी की और आज दाम्पत्य सूत्र मे बंध कर अपनी ज़िंदगी को रोशन करने की सपने बुन रहे है। देखने मे भले यह शादी किसी आम शादी की तरह लगती है । परंतु इन दोनो लोगो की प्रेम कहानी ने उस बुलंदी को छुआ है जो बचपन से शुरू होकर शादी के बंधन तक पहुंच गई है । जन्म से ही दोनो आंखों से दृष्टिहीन है । मुन्ना पढ़ लिख कर जहां दिल्ली में बैंक ऑफ इंडिया में क्लर्क के पद पर कार्यरत है वही उनकी जीवन संगनी रीना भी नेत्रहीन होने के बावजूद दिल्ली के पंजाब नेशनल बैंक में कार्यरत है। दोनो पति  पत्नी ने कहा की शारीरिक रूप से दिव्यांग होने के बावजूद उन्हों अपने घर वालो का पूरा सहयोग मिला है।  मुन्ना ने बताया कि रीना के ही बदौलत वो आज बैंक की नौकरी कर रहे है। मुन्ना और रीना की यह प्रेम कहानी उन सभी दिव्यांगो के लिए एक प्रेरनाश्रोत है जो खुद को एक आम इंसान से कम आंकते है । कोई भी व्यक्ति चाहे शर्रिक रूप कितना भी कमजोर क्यों न हो पर यदि उसका मनोबल अटूट हो और उसके अंदर कुछ कर जाने की इच्छा हो तो वह किसी भी मुकाम को हासिल कर सकता है ।

बाइट- मुन्ना कुमार, दुल्हा
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