जमुईः कोरोना संक्रमण के बीच शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खैरा प्रखंड पहुंचे थे. यहां उन्होंने जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर के जन्म स्थान के दर्शन किए. इस दौरान मुख्यमंत्री को देखने के लिए स्थानीय आदिवासी युवक युवतियां सहित अन्य लोग पहुंचे थे. लेकिन वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी द्वारा उन लोगों को बिना मास्क के प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी.
पत्ते से बनाए मास्क
मुख्यमंत्री को देखने पहुंचे स्थानीय लोगों के पास मास्क नहीं होने की वजह से सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें वहां से भगा दिया गया. इसके बाद युवकों ने जंगल में उगे सखुआ के पत्ते में रस्सी डालकर उसका मास्क बनाया. पत्ते से बने मास्क को पहनकर युवा मुख्यमंत्री को देखने पहुंचे.
जंगली इलाका होने के कारण नहीं मिलता मास्क
युवक संदीप ठठेरा ने बताया कि जंगली इलाका होने के कारण यहां दूर-दूर तक मास्क नहीं मिलता. इससे यहां के लोग मास्क नहीं खरीद पाते हैं. इसी वजह से मुख्यमंत्री को देखने हम लोग बिना मास्क के पहुंचे हैं. संदीप कुमार ने बताया कि हम लोगों ने सुरक्षाकर्मियों के रोके जाने के बाद पत्ते का मास्क बनाया. वहीं पत्ते से बने मास्क के कारण ये युवा लोगों का ध्यान अपनी को आकर्षित कर रहे थे.
मुख्यमंत्री ने भगवान महावीर के किए दर्शन
बता दें कि भगवान महावीर के जन्म स्थान क्षत्रिय कुंडग्राम लछुआड़ में शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भगवान महावीर के दर्शन किए थे. मंदिर पहुंचकर सबसे पहले मुख्यमंत्री ने भगवान महावीर की प्रतिमा के सामने मत्था टेका और सूबे की खुशहाली की कामना की. इस दौरान उन्हें देखने के लिए बड़ी संख्या में भीड़ इकट्ठी हुई थी.