जमुई: बिहार में इन दिनों सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या का मामला जोर पकड़ता जा रहा है. इस कारण बिहार सरकार और महाराष्ट्र सरकार के बीच सियासी रार भी देखने को मिल रही है. इस क्रम में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा की ओर से खैरा प्रखंड के पूर्णा खैरा गांव के दुर्गा मंदिर में महाराष्ट्र पुलिस की सद्बुद्धि के लिए सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हवन किया.
सुशांत के केस को दबाना चाहती है महाराष्ट्र सरकार
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के जिला संयोजक सत्यम सिंह चौहान ने बताया कि सुशांत सिंह राजपूत की फाइल को महाराष्ट्र पुलिस और महाराष्ट्र सरकार दबाना चाहती है. उनके सबूतों के साथ छेड़छाड़ करना चाहती है. यह बात उनके कारनामे और लापरवाही से स्पष्ट होती है. सरकार इसे इसलिए दबाना चाहती है क्योंकि इसमें कई पूंजीपति फिल्म मास्टर एवं राजनेताओं का हाथ हैं.
सीबीआई जांच की मांग
वहीं, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के कार्यकर्ता संदीप सिंह और अभिषेक सिंह राठौर ने बताया कि डेढ़ महीने से महाराष्ट्र सरकार सिर्फ टालमटोल और बरगलाने का काम कर रही है. जबकि बिहार पुलिस ने 4 दिनों में ही पोल खोलना शुरू कर दिया है. महराष्ट्र में बिहार पुलिस को सुरक्षा और ना ही गाड़ी मुहैया करवाई जा रही है. इसके पीछे महाराष्ट्र सरकार की बहुत बड़ी रणनीति है. इस लिए हम सभी सरकार से सीबीआई जांच की मांग करते हैं.
इस कार्यक्रम में बिट्टू सिंह, अमित सिंह, नीरज सिंह, अभिषेक सिंह, भोलू सिंह, टोनी सिंह, गोलू सिंह, कुंदन सिंह, मंतोश सिंह, संतोष राणा,ज्वाला सिंह, विक्रम सिंह, डुगडुग सिंह, प्रिंस सिंह, रौनक सिंह, नागेन्द्र सिंह सहित सैंकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे.