जमुईः जिले में विश्व मृदा दिवस मनाया गया. इस अवसर पर शनिवार को प्रखंड के लोहसिघना उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रांगण में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय पटना द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र जमुई के प्रमुख डॉ सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि उत्तम खेती के लिए मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बनाए रखना हम सब की सामूहिक जिम्मेवारी है.
'क्षरण के कारण कमजोर होती जा रही मिट्टी'
डॉ. सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि जमुई जिले के भौगोलिक संरचना में बरसात के मौसम में पहाड़ी क्षेत्रों के मिट्टी की ऊपरी सतह पानी के साथ बहने लगती है और इस प्रकार के क्षरण से मिट्टी की उर्वरा शक्ति घटती है. मिट्टी में ऑर्गेनिक कार्बन की मात्रा कम होने से इसकी उर्वरा शक्ति पहले से ही कम है. साथ ही क्षरण के कारण मिट्टी कमजोर होती जा रही है. इससे फसल उत्पादन भी कम प्राप्त होता है.
'ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाने की करनी चाहिए कोशिश'
कृषि विज्ञान केंद्र जमुई के प्रमुख ने कहा कि पेड़ पौधे की कटाई होने के कारण मिट्टी के साथ जलवायु पर भी बुरा असर पड़ रहा है. हमें इस क्षेत्र में मिट्टी जांच को प्राथमिकता देते हुए दलहनी फसलों को बढ़ावा देना आवश्यक है. उन्होंने आगे कहा कि हमें इस क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाने की कोशिश करनी चाहिए. इससे रियाली के साथ मिट्टी की उर्वरा शक्ति भी मजबूत होगी.
'फसल उत्पादन से समृद्ध होंगे किसान'
डॉ. सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि मिट्टी की उर्वरा शक्ति मजबूत होने से फसल उत्पादन बढ़ेगा और किसान समृद्ध होंगे. इस कार्यक्रम में शिरकत करने वाले सभी किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र की तरफ से फलदार वृक्ष के पौधे उपलब्ध कराए गए. कार्यक्रम में ललिता कुमारी , बाबूलाल हेंब्रम , सविता मरांडी के साथ सैकड़ों लोगों ने भाग लिया.