जमुई: बिहार में जातीय जनगणना से पहले मकान की गणना की जा रही है. इसको लेकर जिले में भी गणना का कार्य प्रगति पर है. जिले के सोनो प्रखंड अंतर्गत अमेठियाडीह गांव में कर्मचारियों द्वारा कागजों पर अमेठियाडीह गांव का नाम हटाकर मड़रो कर दिया गया है. जिससे स्थानीय लोग काफी आक्रोशित हैं. हालांकि इसको लेकर स्थानीय लोगों ने अंचलाधिकारी को आवेदन देकर शिकायत की थी लेकिन अब तक उसमें कोई सुधार नहीं किया गया है.
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जणगणना में गांव का नाम बदलने के लिए प्रदर्शन: नाराज ग्रामीणों ने आज सोमवार को दोपहर में मुख्यालय पहुंचे और समाहरणालय स्थित डीएम कार्यालय के समक्ष घेराव कर विरोध जताया है. इस दौरान विरोध कर रहे अमेठियाडीह गांव के ग्रामीणों ने बताया कि वह अमेठियाडीह गांव के निवासी हैं जिस कारण उन लोगों के पास सारी जमीन, संपत्ति, सर्टिफिकेट सहित अन्य पहचान पत्र पर गांव का नाम मौजूद है. जबकि इस सर्वे के दौरान मानचित्र से अमेठियाडीह गांव का नाम हटा कर मड़रो कर दिया गया है. इस कारण हमलोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
नाम वापस नहीं मिला तो हाईकोर्ट जाएंगे ग्रामीण: अमेठियाडीह गांव के ग्रामीण संजीव कुमार पांडेय, रणधीर कुमार ने बताया कि अमेठियाडीह का नाम बदलने से नाम मानचित्र से भी हटा दिया गया है. जिससे उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने अपने हाथो में तख्ती लेकर अमेठियाडीह गांव को बचाना है. जैसे स्लोगन लिखकर डीएम कार्यालय के सामने विरोध जता रहे थे. इसके साथ ही जिला प्रशासन से मांग की है कि अमेठियाडीह का नाम पुनः उक्त स्थान पर लिखा जाए. अन्यथा वे लोग इससे भी बडा आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे.
"अमेठियाडीह का नाम बदलने से नाम मानचित्र से भी हटा दिया गया है. जिससे उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हमलोगों को अपने गांव अमेठियाडीह गांव को बचाना है. इसके लिए जिला प्रशासन नहीं सुनेगी तब हमलोग हाईकोर्ट में मामला दर्ज करवाएंगे" - जय मंगल सिंह, ग्रामीण
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