जमुई: जिले में वैक्सीन कूरियर कर्मी शुक्रवार से 2 दिनों के लिए हड़ताल पर चले गए हैं. इससे टीकाकरण बाधित हो गया है. वैक्सीनकर्मियों ने कार्य का बहिष्कार करते हुए रेफरल अस्पताल पर धरना दिया. इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
वैक्सीन कूरियर कर्मी की प्रमुख मांगें:
- कोविड-19 कार्य में वैक्सीन कूरियर कर्मी को सुरक्षा कीट प्रदान किया जाए.
- वैक्सीन कुरियर कर्मी को भी 10 हजार रुपया प्रतिमाह भुगतान किया जाए.
- कोविड-19 कार्य में लगे वैक्सीन कर्मियों को 50 लाख का बीमा और 10 लाख रूपए का स्वास्थ्य बीमा लागू किया जाए.
- वैक्सीन कूरियर संघर्ष समिति के अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान किए गए समझौते को जल्द लागू किया जाए.
- विभाग के अंतर्गत चलने वाले विभिन्न कार्यक्रमों अभियानों में कार्य उपलब्ध कराते हुए कूरियर को सालों भर कार्य उपलब्ध कराया जाए.
- ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था के सुंदरीकरण हेतु प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र पर स्वास्थ्य मित्र का पद सृजित कर कूरियर को नियोजित किया जाए.
- आशा, ममता, संविदा कर्मी की तरह मृत्यु के पश्चात कुरियर को भी 4 लाख का अनुदान देने का सुनिश्चित किया जाए.
हड़ताल पर वैक्सीन कूरियर कर्मी
इस हड़ताल कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे प्रखंड सचिव रमेश कुमार रावत ने बताया कि हम लोग वैक्सीन कूरियर कर्मी अपने पूर्व के मांगों को सरकार से मनवाने के लिए शानिवार से दो दिवसीय हड़ताल पर रहेंगे. इस दौरान हम लोग स्वास्थ विभाग से जुड़ी कोई भी काम नहीं करेंगे. अध्यक्ष कामदेव यादव ने कहा कि सरकार और स्वास्थ विभाग हम लोगों की मांगें जल्द से जल्द पूरा करें.