जमुई: रेफरल अस्पताल चकाई में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की सफलता को लेकर आशा और एएनएम को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया. कार्यक्रम की शुरुआत प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर सुशील कुमार की अध्यक्षता में की गई.
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डॉक्टर की सलाह
बैठक में उपस्थित सभी आशा कार्यकर्ता और एएनएम को फाइलेरिया रोग के बारे में प्रशिक्षण देते हुए एसीएमओ डॉ रमेश प्रसाद ने बताया कि 2 साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों के अलावा यह दवा सभी को खिलाना जरुरी है. यह दवा खाली पेट नहीं खिलाना है.
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प्रतिकूल प्रभाव से घबराने की जरुरत नहीं
डॉ प्रसाद ने दवा खाने से होने वाले प्रतिकूल प्रभाव के बारे में बताते हुए कहा कि कभी-कभी किसी व्यक्ति को सिरदर्द, बुखार, उल्टी, बदन पर चकत्ते एवं खुजली हो सकते हैं. इससे घबराने की जरुरत नहीं है. यह खुद ही ठीक हो जाएगा.