ETV Bharat / state

गरीबों की मदद के लिए अपनाया ये अनोखा तरीका, किये गये सम्मानित

जमुई के झाझा ब्लॉक निवासी सूर्या वत्स ने गरीबों के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी और भीख मांग कर विभिन्न तरीकों से उनकी मदद करते हैं

author img

By

Published : Mar 27, 2019, 11:46 PM IST

सूर्या वत्स

जमुई: जिले के झाझा ब्लॉक निवासी सूर्या वत्स गरीबों के लिए किसी मसीहा से कम नहीं. इलाके के गरीबों की दयनीय दशा से परेशान होकर उन्होंने गरीबों के लिए एक अनोखी पहल शुरु की है. सूर्या इलाके में भीख मांगकर गरीबों के लिए भोजन तैयार कर उन्हें खिलाते हैं.

गरीबों को खाना खिलाते सूर्या वत्स

परिवार ने भी छोड़ा साथ
इस मुहिम में सूर्या को कई रुकावटों का सामना करना पड़ा. सूर्या बताते हैं कि उन्हें समाज की ओर से तिरस्कार और घृणा की भावना झेलनी पड़ी. यहां तक कि परिवार भी उन्हें घृणित भाव से देखता है. इन सबके बावजूद वह अपने मुहिम में जुटे हैं.

किया जा चुका है सम्मानित
इतना ही नहीं सूर्या सिर्फ गरीबों को भोजन ही नहीं कराते. इसके अलावा वे गरीब प्रतिभावान बच्चों को प्रतियोगी परीक्षा में बैठाने के लिए भीख मांग कर पैसे भी इकट्ठा करते हैं. इसके लिए सूर्या को कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है.

जमुई: जिले के झाझा ब्लॉक निवासी सूर्या वत्स गरीबों के लिए किसी मसीहा से कम नहीं. इलाके के गरीबों की दयनीय दशा से परेशान होकर उन्होंने गरीबों के लिए एक अनोखी पहल शुरु की है. सूर्या इलाके में भीख मांगकर गरीबों के लिए भोजन तैयार कर उन्हें खिलाते हैं.

गरीबों को खाना खिलाते सूर्या वत्स

परिवार ने भी छोड़ा साथ
इस मुहिम में सूर्या को कई रुकावटों का सामना करना पड़ा. सूर्या बताते हैं कि उन्हें समाज की ओर से तिरस्कार और घृणा की भावना झेलनी पड़ी. यहां तक कि परिवार भी उन्हें घृणित भाव से देखता है. इन सबके बावजूद वह अपने मुहिम में जुटे हैं.

किया जा चुका है सम्मानित
इतना ही नहीं सूर्या सिर्फ गरीबों को भोजन ही नहीं कराते. इसके अलावा वे गरीब प्रतिभावान बच्चों को प्रतियोगी परीक्षा में बैठाने के लिए भीख मांग कर पैसे भी इकट्ठा करते हैं. इसके लिए सूर्या को कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है.

Intro:भीख का कोई मजहब नहीं होता

ANC- जमुई जिले के झाझा ब्लॉक के रहने वाले सूर्या वत्स आज किसी बड़े कंपनी में किसी अच्छे ओहदे पर काम कर रहे होते। और ढेर सारा पैसा कमा रहे होते ।लेकिन एक दिन गरीबों की दशा देखकर और गांधी की विचारधारा से प्रेरित होकर उन्होंने एक ऐसा प्रण लिया जो वाकई मुश्किल भरे उपासना से कम नहीं। दरअसल सूर्या को इलाके में रह रहे भूखे गरीबों की दयनीय दशादेखी नहीं गई, और शुरू कर दी एक ऐसा का जिसे शुरू करने से पहले सामान्यतया कोई भी व्यक्ति परहेज करता है। लेकिन सूर्या ने एक ऐसा बीड़ा उठाया है जिसे हर कोई करने से परहेज करता है सूर्या के इस काम से ना सिर्फ समाज वर्ण समाज में रहने वाले हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा स्रोत है जो समाज में रह रहे वंचितों और शोषितओं के लिए कुछ करना चाहते हैं

लेकिन सूर्य कैसा है हर लोगों के लिए प्रेरणास्रोत जो समाज में रह रहे और 100 सीटों के लिए कुछ करना चाहते हैं।


Body:भीख मांग कर गरीबों का भूख मिटाते हैं "सूर्या"

किसी ने ठीक ही कहा है कि भीख का कोई मजहब नहीं होता भूख की कोई जाति नहीं होती अगर कमी होती है तो सिर्फ लगन और विश्वास की एक ऐसा शख्स जिनके पास हर भौतिकवादी सुविधाओं से लेकर तमाम चीजों की भरमार थी वह शख्स भौतिकता के इस दुनिया में जी सकता था जिसे पाने की चाहत हर व्यक्ति को होती है लेकिन उस भौतिकवादी दुनिया को छोड़ गरीब शोषित और वंचितों के लिए अपना पूरा जीवन न्योछावर कर दिया हम बात कर रहे हैं जमुई जिले के झाझा ब्लॉक स्थित रहने वाले सूर्यवंश की जो एक संकल्प संकल्प हर गरीब को भोजन मुहैया कराने का संकल्प किसी भी गरीब को भूखे नहीं सोने देने का संकल्प गांधी के विचार धारा और उनके कहे पद चिन्हों पर चलने का।

सूर्य ने पिछले साल जब इस मिशन की शुरुआत की तो अपनों ने उनका साथ छोड़ दिया समाज ने उनसे नाता तोड़ लिया और तो और उनकी पत्नी माता और पिता भी सूर्या का साथ छोड़ के चले गए। बावजूद Surya अपने पथ पर अधिक रहा।
इतना ही नहीं सूर्या ने गरीबों को भोजन तो वहीं आकर आते ही हैं वही गरीब प्रतिभावान बच्चे को प्रतियोगी परीक्षा में बैठने के लिए भीख मांग कर वैसे भी इकट्ठा करते हैं इसके लिए सूर्यवंश को कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है।


Conclusion:Surya सूर्या का बस एक मिशन कोई गरीब नहीं सोए भूखा

ऐसा नहीं कि सूर्या की इस मुहिम में उन्हें रुकावटें नहीं आई सूर्या बताते हैं कि उन्हें समाज की ओर से तिरस्कार और घृणा की भावना को झेलना पड़ा और तोड़ परिवार की तरफ से भी उन्हें घृणित भाव से देखा जा रहा है बावजूद वह अपने पद पर अधिक और अटल रहे आज हालात यह है कि सूर्या का नाम इलाका में सब जानने लगे साथी सूर्या गांधीवादी विचारधारा को गांधी के कहे पद चिन्हों पर चलते हैं वह समाज और जिले वासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है
ईटीवी भारत के लिए जमुई से ब्रजेंद्र नाथ झा
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.