जमुई: बिहार के जमुई (Jamui) में शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन किया. कचहरी चौक पर बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ (Bihar Rajya Prarambhik Shikshak Sangh) जमुई के जिलाध्यक्ष नवल किशोर यादव के नेतृत्व में शिक्षकों ने बिहार कैबिनेट के निर्णय के विरोध में विज्ञापन की प्रतिया जलाईं.
यह भी पढ़ें- बिहार के विभिन्न जिलों में 'बोरा बेचकर' शिक्षकों ने किया विरोध प्रदर्शन
जिलाध्यक्ष ने कहा कि बिहार कैबिनेट द्वारा स्कूलों में प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षक की बहाली के लिए सीधे प्रतियोगिता परीक्षा का फैसला किया है. इसके विरोध में हम सभी शिक्षक लामबंद हैं. बिहार सरकार के नियुक्ती नियमावली 2006 और संशोधित नियमावली 2020 में वर्णित है कि विद्यालय में प्रधानाध्यापक की नियुक्ती के लिए सेवा अवधि, अर्हता और वरीयता के आधार पर पदोन्नोत्ति करते हुए प्रधानाध्यापक नियुक्त करना है.
नवल किशोर यादव ने कहा, "सरकार के फैसले से शिक्षकों में निराशा है. सरकार सेवा शर्त का उल्लंघन कर रही है. इसका असर शिक्षकों की कार्य कुशलता पर पड़ेगा. प्रधान शिक्षक और प्रधानाध्यापक की सीधी नियुक्ती प्रक्रिया को रद्द करना आवश्यक है. ऐसा नहीं हुआ तो बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ सड़क से लेकर संसद तक विरोध प्रकट करते हुए आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएगा."
"मंत्रिमंडल द्वारा प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षक के पद के लिए सीधी प्रतियोगिता के आधार पर सरकारी और निजी विद्यालय के शिक्षकों को अवसर देने का निर्णय लिया गया है. यह कार्यरत शिक्षकों के पदोन्नति प्रावधान के विपरीत निर्णय है. सरकार इस फैसले को वापस ले नहीं तो उग्र विरोध प्रदर्शन किया जाएगा."-नवल किशोर यादव, जिलाध्यक्ष, राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ
विरोध प्रदर्शन के दौरान जिलाध्यक्ष नवल किशोर यादव, महासचिव मनोज कुमार यादव, चकाई प्रखंड अध्यक्ष प्रेम कुमार दास, चकाई सचिव शंभु प्रसाद यादव, प्राथमिक शिक्षक बरहट शंभु प्रसाद यादव, राज कुमार यादव आदि मौजूद थे.
यह भी पढ़ें- आपको पता है बहन क्यों बांधती है भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र, पढ़ें रक्षाबंधन से जुड़ी 5 कहानियां