ETV Bharat / state

बिना दस्तानों के सफाई करने को मजबूर हैं सफाईकर्मी, सुरक्षा को लेकर लगाई गुहार - रामविलास पासवान

जमुई को साफ रखने की जिम्मेवारी सफाईकर्मियों पर है. सफाईकर्मी बिना दस्तानों के काम कर रहे हैं. जिससे उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ती है.

सफाईकर्मी
author img

By

Published : Apr 24, 2019, 10:50 PM IST

जमुई: जिले में सफाई को लेकर नगर परिषद ने नारा दिया था. स्वच्छ जमुई, स्वस्थ जमुई. लेकिन अगर सफाईकर्मी ही खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करे. तो शायद ये नारा मुकम्मल नहीं होगा.

जमुई को साफ रखने की जिम्मेवारी सफाईकर्मियों पर है. सफाईकर्मी बिना दस्तानों के काम कर रहे हैं. जिससे उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ती है. हाथ में दस्ताना नहीं होने के कारण सफाईकर्मी को कभी कील तो कभी इंजेक्शन चुभ जाता है. यह एक बड़ा सवाल उठता है कि जिनके कंधों पर जिला को साफ करने का जिम्मा हो और सुरक्षा ताक पर होना सरकार की नाकामी को दर्शाता है.

सफाईकर्मी की मांग
इस बाबत सफाईकर्मी ने बताया कि साफ-सफाई करने के दौरान पैरों में कांटियां चुभती है. कभी-कभी इंजेक्शन की सुई भी चुभती है. जिससे जान का डर बना रहता है. उन्होंने कहा कि हम जान जोखिम में डालकर काम करते हैं. लेकिन नगर परिषद उनपर रोई भी ध्यान नहीं दे रहा है. उन्होंने कहा कि उन्हें हाथों के लिए दस्ताने और मास्क आदि जरुरी उपकरण दी जाए.

सफाईकर्मियों के कंधे पर सफाई का जिम्मा
गौरतलब है कि जमुई नगर परिषद नगर वासियों से कई तरह की कर वसूलती है. जिससे प्राप्त राजस्व नगर परिषद नगर के साफ-सफाई से लेकर कई तरह की अन्य व्यवस्थाओं में खर्च करती है. लेकिन जमुई नगर परिषद नगर की साफ सफाई में फिसड्डी साबित हो रहा है. वहीं साफ -सफाई की जिम्मेदारी जिन जांबाज सफाई कर्मियों पर है.

सफाईकर्मी


कार्यपालक पदाधिकारी ने कही बात
हालांकि इस बाबत जब हमारे संवाददाता ने नगर परिषद कार्यालय के कार्यपालक पदाधिकारी जनार्दन प्रसाद से बात की तो उन्होंने कहा सभी सफाई कर्मियों की सुरक्षा के सभी जरूरी उपकरण जल्दी मुहैया कराने का आश्वासन दिया है. साथ ही सभी सफाई कर्मियों का हेल्थ कार्ड पीएफ और एसएसजी से जोड़ा जाएगा जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सुधारने के साथ साथ उन्हें बेहतर जीवन दिया जा सके.


200 से ज्यादा है सफाईकर्मी
बता दें कि नगर परिषद में तकरीबन 200 से ज्यादा गर्मी साफ-सफाई के कामों में लगे हुए हैं. जिन्हें न तो सुरक्षा उपकरणों से लैस किया गया और न ही उनका कोई हेल्थ कार्ड बना हुआ है. जिससे उनके साथ होने वाली किसी अनहोनी के समय उन्हें इलाज में मदद मिल सके. लिहाजा नगर परिषद को उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने की कोशिश करनी चाहिए.

जमुई: जिले में सफाई को लेकर नगर परिषद ने नारा दिया था. स्वच्छ जमुई, स्वस्थ जमुई. लेकिन अगर सफाईकर्मी ही खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करे. तो शायद ये नारा मुकम्मल नहीं होगा.

जमुई को साफ रखने की जिम्मेवारी सफाईकर्मियों पर है. सफाईकर्मी बिना दस्तानों के काम कर रहे हैं. जिससे उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ती है. हाथ में दस्ताना नहीं होने के कारण सफाईकर्मी को कभी कील तो कभी इंजेक्शन चुभ जाता है. यह एक बड़ा सवाल उठता है कि जिनके कंधों पर जिला को साफ करने का जिम्मा हो और सुरक्षा ताक पर होना सरकार की नाकामी को दर्शाता है.

सफाईकर्मी की मांग
इस बाबत सफाईकर्मी ने बताया कि साफ-सफाई करने के दौरान पैरों में कांटियां चुभती है. कभी-कभी इंजेक्शन की सुई भी चुभती है. जिससे जान का डर बना रहता है. उन्होंने कहा कि हम जान जोखिम में डालकर काम करते हैं. लेकिन नगर परिषद उनपर रोई भी ध्यान नहीं दे रहा है. उन्होंने कहा कि उन्हें हाथों के लिए दस्ताने और मास्क आदि जरुरी उपकरण दी जाए.

सफाईकर्मियों के कंधे पर सफाई का जिम्मा
गौरतलब है कि जमुई नगर परिषद नगर वासियों से कई तरह की कर वसूलती है. जिससे प्राप्त राजस्व नगर परिषद नगर के साफ-सफाई से लेकर कई तरह की अन्य व्यवस्थाओं में खर्च करती है. लेकिन जमुई नगर परिषद नगर की साफ सफाई में फिसड्डी साबित हो रहा है. वहीं साफ -सफाई की जिम्मेदारी जिन जांबाज सफाई कर्मियों पर है.

सफाईकर्मी


कार्यपालक पदाधिकारी ने कही बात
हालांकि इस बाबत जब हमारे संवाददाता ने नगर परिषद कार्यालय के कार्यपालक पदाधिकारी जनार्दन प्रसाद से बात की तो उन्होंने कहा सभी सफाई कर्मियों की सुरक्षा के सभी जरूरी उपकरण जल्दी मुहैया कराने का आश्वासन दिया है. साथ ही सभी सफाई कर्मियों का हेल्थ कार्ड पीएफ और एसएसजी से जोड़ा जाएगा जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सुधारने के साथ साथ उन्हें बेहतर जीवन दिया जा सके.


200 से ज्यादा है सफाईकर्मी
बता दें कि नगर परिषद में तकरीबन 200 से ज्यादा गर्मी साफ-सफाई के कामों में लगे हुए हैं. जिन्हें न तो सुरक्षा उपकरणों से लैस किया गया और न ही उनका कोई हेल्थ कार्ड बना हुआ है. जिससे उनके साथ होने वाली किसी अनहोनी के समय उन्हें इलाज में मदद मिल सके. लिहाजा नगर परिषद को उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने की कोशिश करनी चाहिए.

Intro:जमुई नगर परिषद की सफाई कर्मियों की सुरक्षा भगवान भरोसे

ANC- स्वच्छ जमुई ,स्वस्थ जमुई । यह स्लोगन है जमुई नगर परिषद का ,जिस का कहना है कि अगर जमुई नगर परिषद इलाके में साफ सफाई का ध्यान रखा जाए तो जमुई स्वस्थ रहेगा। लेकिन नगर परिषद के अधिकारियों और कर्मचारियों को शायद यह मालूम नहीं है कि जिन कंधों के सहारे नगर परिषद इलाके की साफ सफाई का जिम्मा है ,जिन जाँबाज सफाई कर्मियों के सहारे नगर वासियों के स्वस्थ रहने की जिम्मेदारी है आज वही सफाई कर्मी अपनी सुरक्षा के लिए गुहार लगा रहे हैं ,उनकी सुरक्षा भगवान भरोसे है।



Body:सुरक्षा उपकरणों की बिना सफाई में जुटे सफाई कर्मी

जमुई नगर परिषद नगर वासियों से कई तरह की कर वसूलती है जिससे प्राप्त राजस्व नगर परिषद नगर के साफ-सफाई से लेकर कई तरह की अन्य व्यवस्थाओं में खर्च करती है ।लेकिन जमुई नगर परिषद जहां नगर की साफ सफाई में फिसड्डी साबित हो रहा है वही साफ सफाई की जिम्मेदारी जिन जांबाज सफाई कर्मियों पर है उनकी बेहतरी और सुरक्षा भगवान भरोसे है ।साफ-सफाई में लगे तकरीबन 200 से ज्यादा साफ सफाई कर्मियों के पास ना तो सुरक्षा की कोई उपकरण है ना ही सफाई कर्मियों का कोई हेल्थ इंश्योरेंस है ।ताकि सफाईकर्मियों के बीमार पड़ने पर उनका सही से इलाज किया जा सके ।ऐसे में गांधीजी के सपने को साकार करने में जुटे सफाई कर्मियों का कहना है कि ना तो उन्हें जूता दिया गया है ना ही उनके पास हैंड्स ग्लब्स और ना ही मास्क जैसी कोई सुविधा है ।लिहाजा साफ सफाई में लगे सफाई कर्मी कर्मियों को आए दिन बीमारी अपने चपेट में लेते रहती है जिससे काम भी खासा प्रभावित होता है
बाइट-सफाई कर्मी

सफाई कर्मियों को दिया जाएगा सुरक्षा के सभी सामान- कार्यपालक पदाधिकारी
हालांकि इस बाबत जब हमारे संवाददाता ने नगर परिषद कार्यालय के कार्यपालक पदाधिकारी जनार्दन प्रसाद से बात की तो उन्होंने कहा सभी सफाई कर्मियों की सुरक्षा के सभी जरूरी उपकरण जल्दी मुहैया करा दिया जाएगा साथ ही सभी सफाई कर्मियों का हेल्थ कार्ड पीएफ और एसएसजी से जोड़ा जाएगा ताकि उनकी आर्थिक स्थिति सुधारने के साथ साथ उन्हें बेहतर जीवन दिया जा सके
बाइट- जनार्दन प्रसाद ,कार्यपालक पदाधिकारी


Conclusion:आखिर कब मिलेगा सफाई कर्मियों को सुरक्षा के सामान?

बता दें कि नगर परिषद में तकरीबन 200 से ज्यादा गर्मी साफ-सफाई के कामों में लगे हुए हैं जिन्हें नाथू सुरक्षा उपकरणों से लैस किया गया है ना ही उनका कोई हेल्थ कार्ड बना हुआ है जिससे उनके साथ होने वाली किसी अनहोनी के समय उन्हें इलाज में मदद किया जा सके लिहाजा नगर परिषद को चाहिए कि उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारते हुए उन्हें पूरी तरह से सुरक्षा उपकरणों से साफ सफाई के काम में काम में लगाया जाए ताकि साफ सफाई के कामों में लगे सभी सफाई कर्मी बिना किसी भय और डर से अपने काम को अंजाम दे सके ।।

ईटीवी भारत के लिए जमुई से ब्रजेंद्र नाथ झा
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.