जमुई: ग्रामीणों ने अपने संसदीय क्षेत्र के नेताओं को इस लोकसभा चुनाव के दौरान सबक सिखानें का फैसला किया है. इसीलिए पूरे गांव के ग्रामीणों ने एक सुर में कहा "रोड नहीं तो वोट नहीं ". तरी दाविल गांव में लगभग 1400 मतदाता हैं.
जमुई में प्रथम फेज में लोकसभा चुनाव को लेकर नामांकन है और एक दिन पहले 25 तारीख को तरी दाविल के ग्रामीणों ने ऐसा फैसला लिया है.ग्रामीणों की माने तो आजादी के बाद से ही 90 एकड़ में यह गांव फैला है और लगभग 400 घरों वाले गांव में एक सड़क नहीं पहुंच पाया है.
नेताओं ने किया ठगने का काम
यहां के ग्रामीणों का कहना है कि सांसद, विधायक, नेता और मंत्री सभी ने ठगने का काम किया है. केवल चुनाव के समय ग्रामीण याद आते हैं धड़ियाली आंसू बहाते है कोरा आश्वासन देकर भोले भाले ग्रामीणों को ठग कर वोट ले जाते हैं. अब तो नेताओं पर से विश्वास ही उठ गया है.
बरसात के दिनों में समस्या होती है विकराल
वहीं, महिलाओं ने बताया कि बरसात के दिनों में तो समस्या और भी विकराल हो जाती है. गाड़ी या एम्बुलेंस तो गांव में आ नहीं सकता कांधे पर और खाट पर लादकर कई किलोमीटर ले जाना पड़ता है .सड़क नहीं होने से लड़कियां बाहर पढ़ने नहीं जा सकती. जिला मुख्यालय से महज 3 से 4 किलोमीटर पर बसे गांव में आजतक विकास की किरण नहीं पहुंच पाई.